Bihar Politics: अब आरसीपी सिंह ने तोड़ी शब्दों की मर्यादा, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष को क्या बोल गए
Bihar News एक बार फिर सीएम नीतीश कुमार और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह पर आरसीपी सिंह ने हमला किया है। इस क्रम में उन्होंने अमित शाह पर ललन सिंह की टिप्पणी को लेकर गड्ढे और समुद्र की चर्चा कर दी।
पटना, आनलाइन डेस्क। जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने सीएम नीतीश कुमार और राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह पर एक बार फिर जोरदार हमला किया है। साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से ललन सिंह की तुलना के सवाल पर वे भी शब्दों की मर्यादा भूल गए। ललन सिंह को गड्ढा बता दिया। झारखंड में शहीद राजगीर के जवान चितरंजन कुमार को श्रद्धांजलि देने के बाद वे नालंदा में पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार की जमकर सराहना की।
बिहार की स्थिति क्या से क्या हो गई
सीएम नीतीश कुमार के दिल्ली दौरे पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि इन्हें अब बिहार की चिंता नहीं है। बिहार की स्थिति क्या से क्या हो गई है, यह सभी देख रहे हैं। जब से महागठबंधन की सरकार आई है, लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। सरेआम हत्या हो रही है। थाने में डीएसपी को धमकाया जाता है। इनकी जीरो टोलरेंस की बात खाेखली है। जब नीति आयोग की बैठक होती है तब सीएम शामिल नहीं होते, लेकिन पीएम बनने की बात होती है तो दो-दो बार दिल्ली हो जाए। जब तत्कालीन पीएम वीपी सिंह ने ताउ जी (चौधरी देवीलाल) को बर्खास्त कर दिया था तब नीतीश जी ने न तो इस्तीफा दिया और न कुछ बोला, आज वे उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने जाते हैं।
अकेले नहीं मिला अप्वाइंटमेंट
सोनिया गांधी से मुलाकात पर भी उन्होंने चुटकी ली, कहा कि अकेले जब अप्वाइंटमेंट नहीं मिला तो लालू प्रसाद को साथ ले जाना पड़ा। विपक्षी एकता को मजबूत करने में वे बिल्कुल कामयाब नहीं होंगे, क्योंकि उनपर भरोसा नहीं रहा। यूपी के फूलपुर से चुनाव लड़ने की बाबत पूछे गए सवाल पर आरसीपी ने कहा कि बिहार में भी तो कई जिले में पटेल समाज के लोग हैं, पहले वहां से तो जीतकर दिखाएं। हरियाणा में विपक्षी एकता रैली को भी उन्होंने फ्लाप बताया।
कोरोना काल में नरेंद्र मोदी की सरकार ने किया ऐतिहासिक काम
केंद्र पर कोई काम नहीं करने के नीतीश कुमार के आरोपों पर उन्होंने कहा कि बात कोरोना काल की हो या फिर अर्थव्यवस्था की, केंद्र सरकार और उनके प्रतिनिधियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। स्वदेशी टीका बनाकर देश के लोगों का भरोसा हासिल किया। दो सौ करोड़ से ज्यादा टीके लगाए गए। आरसीपी ने इस दौरान शिवानंद तिवारी के आश्रम वाले बयान पर भी कटाक्ष किया।
सीमांचल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यक्रम पर जदयू अध्यक्ष ललन सिंह की टिप्पणी पर उन्होंने कहा कि तुलना तो बराबर वालों में होती है। कहां अमित शाह और कहां ये। अमित शाह समुद्र हैं जिसमें नदियों का पानी मिलता है लेकिन ये गड्ढा हैं जिसमें गटर का गंदा पानी गिरता है।