Move to Jagran APP

Bihar Politics: अपने विवादित बयान से पीछे हटने के मूड में नहीं मांझी, बोले- गुस्से का इजहार कहां किया

Bihar Politics बिहार में हम पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। मांझी ने गुरुवार को ट्टीट कर धर्म के ठेकेदारों को निशाने पर लिया है और कहा है कि मैंने अभी गुस्से का इजहार किया ही कहां है?

By Rahul KumarEdited By: Published: Thu, 23 Sep 2021 03:42 PM (IST)Updated: Thu, 23 Sep 2021 03:42 PM (IST)
Bihar Politics: अपने विवादित बयान से पीछे हटने के मूड में नहीं मांझी, बोले- गुस्से का इजहार कहां किया
हम पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी। सांकेतिक तस्वीर

पटना, आनलाइन डेस्क। हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) एक बार फिर से अपने बयानों की वजह से, बिहार की सियासत में सुर्खियों में हैं। मांझी प्रभु राम पर दिए गए विवादित बयान को लेकर  बीजेपी ने निशाने पर भी हैं। बावजूद इसके पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अपने बयान से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। मांझी के विवादित बयान पर सियासत का दौर अभी पूरी तरह थमा भी नहीं था कि गुरुवार को हम (HAM) पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ट्वीट कर अपना दर्द बयां किया है। उन्होंने यह  लिखा है कि गुस्से का अभी तक हमने इजहार कहां किया है।

loksabha election banner

 

'ये सदियों का दर्द है' 

हम के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने गुरुवार को अपने ट्विटर हैंडल से कर्नाटक के कोप्पल की एक खबर को पोस्ट की। इस खबर के मुताबिक कोप्पल में एक अनुसूचित जाति के माता-पिता पर 23 हजार का जुर्माना लगाया गया है। जुर्माना लगाने की वजह यह बताई गई कि अनुसूचित जाति के माता- पिता का 2 साल के बच्चा मंदिर में आशीर्वाद लेने चला गया था। इस खबर को पोस्ट करने के साथ ही मांझी ने ट्वीट किया है कि गुस्से का अबतक हमने इजहार ही कब किया है। इसके साथ ही उन्होंने तंज कसते हुए कहा है कि धर्म के राजनीतिक ठेकेदार ऐसे मामलों पर चुप्पी साध लेते हैं। वे ऐसे मामलों पर कोई कुछ नहीं बोलेगे। मांझी ने आगे लिखा है धर्म के ठेकेदारों को ये सब पसंद नहीं।

बयान के बाद बीजेपी के निशाने पर आए थे मांझी

गौरतलब है बीते दिनों मांझी ने भगवान राम को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि श्रीराम को मैं वास्तविक रुप में महापुरुष नहीं मानता। सच में राम थे, इसे वे नहीं मानते। मांझी के इस बयान के बाद बिहार की सियासत गरमा गई। मांझी, बीजेपी नेताओं के निशाने पर आ गए। बीजेपी के विधायक हरिभूषण ठाकुर ने कड़ा विरोध करते हुए कहा कि मांझी अगर राम को नहीं मानते तो उनके घर वालों ने उनका नाम जीतनराम की बजाय जीतन राक्षस क्यों नहीं रखा। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.