बिहारः भाजपा से गठबंधन को लेकर लोजपा सांसद चिराग पासवान ने कही बड़ी बात, दिल्ली के लिए हुए रवाना
चिराग पासवान आशीर्वाद यात्रा बीच में छोड़ कर शनिवार को दिल्ली चले गए। पशुपति कुमार पारस को पार्टी के संसदीय दल का नेता बनाए जाने पर पुनर्विचार के लिए चिराग पार्टी के विधि प्रकोष्ठ के साथ बैठक करेंगे और फिर लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात करेंगे।
राज्य ब्यूरो, पटना : दिल्ली हाई कोर्ट में शुक्रवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका खारिज हो जाने के बाद चिराग पासवान आशीर्वाद यात्रा बीच में छोड़ कर शनिवार को दिल्ली चले गए। पशुपति कुमार पारस को पार्टी के संसदीय दल का नेता बनाए जाने पर पुनर्विचार के लिए चिराग पार्टी के विधि प्रकोष्ठ के साथ बैठक करेंगे और फिर लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात करेंगे। पटना हवाईअड्डा पर पत्रकारों के सवाल पर चिराग ने कहा कि मेरी प्राथमिकता पार्टी को बनाए रखकर आगे बढ़ाना है। आशीर्वाद यात्रा पूरे बिहार में होगी। भाजपा या राजग से गठबंधन रहेगा या टूटेगा, इसका फैसला चुनाव के वक्त होगा।
विधि प्रकोष्ठ की बैठक में सब कुछ तय होगा
दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका खारिज होने के बारे में उन्होंने कहा कि लड़ाई लंबी है। विधि प्रकोष्ठ की बैठक में सब कुछ तय होगा। मैं कानून का जानकार नहीं हूं। यह विषय पार्टी के चुनाव-चिह्न से संबंधित नहीं, बल्कि लोकसभा अध्यक्ष से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि न्यायालय ने यह भी कहा है कि मामला चुनाव आयोग के पास विचाराधीन है, इसलिए पहले आपको चुनाव आयोग जाना चाहिए। हमारी लीगल टीम तय करेगी कि आगे क्या करना है।
परिवार टूटा है पर भावनाएं भरी हैं
एक अन्य सवाल पर चिराग ने कहा कि परिवार को चाचा ने तोड़ा है। मैं उसे जोड़ने की कोशिश में हूं। इसी वजह से बड़ी मां, बहन से मुलाकात हुई। परिवार टूटा है। भावनाएं भरी हुई हैं। इनसे मिलने से ताकत मिल रही है। जनसमूह का समर्थन मिला है। अब लड़ूंगा भी और जीतूंगा भी।
16 से फिर शुरू होगी आशीर्वाद यात्रा
लोजपा के प्रधान महासचिव संजय पासवान ने बताया कि चिराग 16 जुलाई से कटिहार से आशीर्वाद यात्रा दोबारा आरंभ करेंगे। 17 जुलाई को पूर्णिया और 18 को अररिया में यात्रा की तैयारियां की जा रही हैं।