रामविलास पासवान की पहली पत्नी ने देवर पारस को दी सलाह, पहले परिवार तब पार्टी, दोनों को लेकर चलें
कहा-पारस बड़े हैं। उन्हें सबको लेकर चलना चाहिए। पार्टी और परिवार को बचाकर चलना चाहिए। वे बड़े हैं। चिराग मेरा बेटा है। वही मेरा सबकुछ (क्रिया कर्म) करेगा। उन्होंने कहा कि चिराग से उनकी टेलीफोन पर बातचीत नहीं होती है।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Politics: लोजपा के संस्थापक राम विलास पासवान की पहली पत्नी राज कुमारी देवी चाहती हैं-परिवार एकजुट रहे। पशुपति कुमार पारस और चिराग के बीच सुलह हो जाए। पार्टी में परिवार की बेटियों की भी भागीदारी हो। सब साथ रहें। खुश रहें। दिक्कत यह है कि पार्टी में कोई उनकी राय नहीं लेता। उन्होंने कहा कि पार्टी से पहले परिवार है। हम चाहते हैं कि पार्टी और परिवार दोनों बचे। चाचा-भतीजा साथ रहें। हमारी दो बेटियां हैं। उन्हें भी अवसर मिले।
पति के निधन के वक्त आई थीं पटना
राज कुमारी देवी खगडिय़ा जिला के शहरबन्नी गांव में रहती हैं। राजनीति में उनकी कभी दिलचस्पी नहीं रही। राम विलास पासवान के निधन के समय पटना आई थीं। उसके बाद पटना भी नहीं आईं। लोजपा में उठा पटक जारी है। इस मुद्दे पर स्थानीय संवाददाताओं ने गांव जाकर राज कुमारी देवी से बातचीत की। उन्हें बताया गया कि चिराग मिलने के लिए पशुपति पारस के घर गए तो दरवाजा नहीं खुला। पारस से बातचीत नहीं हुई। इस जानकारी से वह थोड़ा विचलित हुईं। तुरंत कहा-पारस बड़े हैं। उन्हें सबको लेकर चलना चाहिए। पार्टी और परिवार को बचाकर चलना चाहिए। वे बड़े हैं।
चिराग को मानती हैं अपना बेटा
संवाददाता का सवाल था-क्या चिराग को वह बेटा मानती हैं? जवाब दिया-मानेंगे नहीं। वह बेटा है। वही मेरा सबकुछ (क्रिया कर्म) करेगा। उन्होंने कहा कि चिराग से उनकी टेलीफोन पर बातचीत नहीं होती है। कभी हम फोन भी किए तो बातचीत नहीं हो पाई। पति के क्रिया कर्म के समय मुलाकात हुई। क्या पारस फोन करते हैं? राज कुमारी देवी ने कहा-नहीं। फोन किए होंगे, हमको पता नहीं है।
पारस को दी मिलजुल कर रहने की सलाह
विवाद से खुद को अलग रखने की कोशिश में राज कुमारी ने कहा-पारस देवर हैं। चिराग बेटा है। हम चाहेंगे कि सब लोग मिल जुल कर रहें। मालूम हो कि राम विलास पासवान की पहली पत्नी से दो बेटियां हैं। वह दोनों राजनीति में सक्रिय रहना चाहती हैं। दोनों के पति विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।