बिहार पुलिस की कारस्तानी, बेवसाइट पर बना दिया पटना का एक और थाना
बिहार पुलिस खुद तो शिथिल है ही अब बेवसाइट के ज्यादा अपडेट होने से अपनी किरकिरी करा रही है। पुलिस की बेवसाइट पर एक अतिरिक्त थाना शो कर रहा है।
पटना, जेएनएन। बिहार पुलिस स्लो है तो पुलिस की बेवसाइट कुछ ज्यादा अपडेट हो गई है। पुलिस की साइट पर एक अतिरिक्त थाना दर्शा दिया गया है। जिले का ये अनोखा थाना है ‘पिटवास’। इस थाने के क्षेत्र का पता नहीं पर थानाध्यक्ष का सरकारी मोबाइल नंबर वेबसाइट पर लिखा है। हैरानी की बात है कि इस थाने के बारे में सुनकर बिहार के डीजीपी केएस द्विवेदी भी आश्चर्यचकित रह गए।
विशेष टीम के प्रभारी नंबर कर रहे इस्तेमाल
डीजीपी को भी इस अटपटे नाम वाले थाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। थानाध्यक्ष के मोबाइल नंबर पर संपर्क किया गया तो मालूम हुआ कि यह नंबर पटना जिले में ‘रंगदारी सेल’ के नाम से प्रचलित विशेष टीम के प्रभारी इस्तेमाल करते हैं। यह टीम जिले के कप्तान के निर्देश पर संगीन मामलों में आरोपितों की धर-पकड़ करती है।
बिहार पुलिस की सभी वेबसाइट पर वर्णित
बताते चलें कि बिहार पुलिस की सभी वेबसाइट और कांटैक्ट लिंक पर पिटवास थाना वर्णित है, लेकिन अब तक किसी ने गौर नहीं किया और न ही भूल सुधार करने की दिशा में पहल की गई। सोमवार को जब इसकी जानकारी हुई तो राज्य और जिला मुख्यालय में खलबली मच गई। ‘दैनिक जागरण’ को छानबीन में पता चला कि दो साल पहले बिहार पुलिस की वेबसाइट को अपडेट करने के लिए पटना जिले से थानों और आउटपोस्ट के नाम व प्रभारी का सीयूजी (क्लोज्ड यूजर ग्रुप) नंबर मांगा गया था।
हर थाने को जिले के सभी थानों और उसके प्रभारियों के मोबाइल नंबर के साथ लिस्ट भेजी गई थी। उस सूची के पहले कॉलम में ही पिटवास थाना लिखकर रंगदारी सेल प्रभारी का नंबर दिया हुआ था। सूत्र बताते हैं कि अपराधियों को रंगदारी सेल में रखकर सख्ती से पूछताछ की जाती है, इसलिए पुलिसकर्मियों के बीच वह ‘पिटवास’ थाना के नाम से जाना जाता है। राज्य मुख्यालय की मांग पर जिला पुलिस ने वही सूची भेज दी। मुख्यालय में भी किसी ने जांच नहीं की और जस का तस वेबसाइट पर अपलोड कर दिया।