BPA ने शहीद आशीष सिंह के परिजनों लिए एक करोड़ रुपये का मुआवजा मांगा
अपराधियों के साथ हुई मुठभेड़ में बिहार पुलिस के जांबांज जवान आशीष कुमार सिंह शहीद हो गए। बिहार पुलिस एसोसिएशन ने सरकार से उनके परिजनों के लिए एक करोड़ रुपये मुआवजे की मांग की है।
पटना [जेएनएन]। शुक्रवार की देर रात खगड़िया-नवगछिया सीमा पर सलारपुर- मोजमा दियारा में अपराधियों के साथ मुठभेड़ में खगड़िया जिले के पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह शहीद हो गए। जबकि, पसराहा थाना के सिपाही दुर्गेश यादव गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। जिनका इलाज भागलपुर में चल रहा है।
इस घटना के बाद बिहार पुलिस एसोसिएसन ने आशीष कुमार सिंह के परिजनों को एक करोड़ रुपये की मुआवजा राशि देने की मांग की है। एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने कहा है कि आशीष का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
उन्होंने मांग की कि उन्हें मरणोपरांत गैलेंट्री और उनके आश्रितों को एक करोड़ रुपया का मुआवजा सभी सुविधाएं और परिवार के एक सदस्य को नौकरी मिलनी चाहिए। कहा कि आज पूरा पुलिस परिवार इस घटना से मर्माहत है और दुःख की घड़ी में उनके परिवार के साथ खड़ा है। आशीष कुमार सिंह 2009 बैच के जांबाज़ पुलिस अधिकारी थे एेसे एक भाई को खोने का काफ़ी दुःख है । मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
उन्होंने कहा कि बिहार में अपराधियों की गोली का जबाब पुलिस वाले भी अब गोली से देंगे। आशीष की शहादत बिहार पुलिस के वीरता का प्रतीक है । एक बहादुर भाई को खोने का काफ़ी ग़म है उस शहीद जांबाज़ अधिकारी को मैं सैल्यूट करता हूं।
बता दें कि शुक्रवार की देर रात पुलिस की यह मुठभेड़ कुख्यात दिनेश मुनि गिरोह के साथ हुई, जिसमें जांबाज जवान आशीष कुमार सिंह ने डकैतों को धूल चटा दी लेकिन इस मुठभेड़ में अपनी जान गंवा दी। आशीष कुमार सिंह सहरसा जिले के सरोजा गांव के निवासी थे और 2009 बैच के सब इंस्पेक्टर थे। आशीष तीन भाइयों में सबसे छोटे थे।