राज्य ब्यूरो, पटना। गृह विभाग ने बिहार पुलिस में 67 हजार से अधिक नए पदों के सृजन की स्वीकृति दे दी है। इसमें सबसे पहले इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम (ईआरएसएस) के तहत डायल-112 के दूसरे चरण के 19 हजार 288 पद भरे जाएंगे। इसके अलावा 48 हजार 447 पद जनसंख्या के अनुपात में सीधी नियुक्ति से भरे जाएंगे। इस पर वित्त विभाग और राज्य कैबिनेट की स्वीकृति भी मिल चुकी है। डायल-112 के पहले चरण के तहत 7808 पदों का सृजन पहले ही किया जा चुका है।

गृह विभाग ने 67 हजार 735 पदों का विस्तृत विवरण भी दिया है। सीधी नियुक्ति के तहत भरे जाने वाले 48 हजार 447 पदों में पुलिस अवर निरीक्षक एवं समकक्ष के 20 हजार 937, सिपाही और समकक्ष के 22 हजार 10 एवं सिपाही चालक के 5500 पद शामिल हैं।

इसके अलावा डायल-112 के तहत पुलिस निरीक्षक के 259, पुलिस अवर निरीक्षक 1829, सहायक अवर निरीक्षक के 1218, चालक हवलदार के 694, चालक सिपाही के 2353, हवलदार के 2943 और सिपाही के 9992 पद शामिल हैं। इन पदों पर अनुमानित वार्षिक व्यय 4182 करोड़ 28 लाख रुपये आएगा।

वर्ष 2026 तक चाहिए 2.56 लाख पुलिसकर्मी

ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (बीपीआरएंडडी) के अनुसार, जनवरी 2021 में प्रतिलाख आबादी पर पुलिस कर्मियों का राष्ट्रीय औसत 193.95 था। वहीं, बिहार में पुलिस कर्मियों का औसत 116.52 है, जो राष्ट्रीय औसत से कम है। रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया के अनुसार, वर्ष 2026 में बिहार की अनुमानित आबादी 13 करोड़ 22 लाख 65 हजार होगी। इसके परिप्रेक्ष्य में बिहार में पुलिसकर्मियों और पदाधिकारियों की संख्या दो लाख 56 हजार 528 होनी चाहिए। वर्तमान में बिहार पुलिस में स्वीकृत पदों की संख्या एक लाख 52 हजार 274 है। इस प्रकार वर्ष 2026 तक बिहार पुलिस में एक लाख चार हजार 254 अतिरिक्त पदों के सृजन की आवश्यकता है।

आंकड़ों पर एक नजर

  • 193 पुलिसकर्मियों का राष्ट्रीय औसत है प्रति एक लाख आबादी पर
  • 116 पुलिसकर्मी ही हैं अभी बिहार में प्रति एक लाख आबादी पर
  • 13.22 करोड़ की आबादी होगी बिहार की वर्ष 2026 तक
  • 2.56 लाख पुलिसकर्मियों की जरूरत होगी बिहार पुलिस में
  • 1.52 लाख पद स्वीकृत हैं अभी बिहार पुलिस में
  • 1.04 लाख अतिरिक्त पदों के सृजन की आवश्यकता है

Edited By: Yogesh Sahu