Bihar Petrol Diesel Price: बिहार में पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम होंगी या नहीं, सरकार ने सदन में दिया ये जवाब
Bihar Petrol Diesel Price पेट्रोल-डीजल की कीमत को लेकर भत्ता पक्ष और विपक्ष में नोकझोंक अंतरराष्ट्रीय बाजार में गत वर्ष कच्चे तेल की कीमत 40 डालर प्रति बैरल थी जो अब बढ़कर 70 डालर प्रति बैरल हो गई है
पटना, राज्य ब्यूरो। Petrol Diesel Price in Patna: बिहार विधान परिषद में गुरुवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर जमकर नोकझोंक हुई। कांग्रेस सदस्य प्रेमचंद मिश्रा ने अपने तारांकित प्रश्न के जरिए पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों का मुद्दा उठाया था। सरकार ने अपने लिखित जवाब में बताया कि पेट्रोल-डीजल पर टैक्स कम करने से कीमत में मामूली कमी जरूर आएगी, लेकिन जिस हिसाब से कच्चे तेल की कीमतें बढ़ी हैं उससे यह लाभ ज्यादा दिनों तक मिल नहीं पाएगा। अलबत्ता टैक्स कम करने से कोरोना से बचाव के लिए जो जनकल्याण की योजनाएं चल रही हैं, वे प्रभावित होंगी।
गुरुवार को विधान परिषद में कांग्रेस सदस्य प्रेमचंद मिश्रा पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर कार्यस्थगन प्रस्ताव लेकर आए थे, जिसे नियमों के अनुकूल ना होने की वजह से सभापति ने अस्वीकृत कर दिया। बाद में उन्होंने अपने तारांकित प्रश्न के जरिए भी यह मुद्दा उठाया। वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने अपने लिखित जवाब में बताया कि पेट्रो पदार्थों में राज्य सरकार के टैक्स का हिस्सा अलग-अलग है। डीजल के खुदरा विक्रय पर प्रति लीटर पर सरकार 16 फीसद व पेट्रोल पर 20 फीसद टैक्स लेती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में गत वर्ष कच्चे तेल की कीमत 40 डालर प्रति बैरल थी, जो अब बढ़कर 70 डालर प्रति बैरल हो गई है। ऐसे में राज्य सरकार अगर टैक्स में कमी करती है तो लंबे समय तक राहत नहीं मिलेगी।
प्रश्नकर्ता का कहना था कि स्वयं मुख्यमंत्री ने कुछ दिनों पूर्व इस मसले पर कहा था कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ी हैं, वे स्वयं देख रहे हैं। ऐसी स्थिति में सरकार को टैक्स में राहत देनी चाहिए। राजद सदस्य सुनील कुमार भी उनके समर्थन में कूद गए। इस पर सत्तापक्ष से मंत्री अशोक चौधरी, सदस्य नीरज कुमार, संजय सिंह ने मोर्चा संभाला। यह नोकझोंक जिस वक्त चल रही थी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं सदन में मौजूद थे।