Bihar News: गोपालगंज में बाढ़ पीड़ितों के जाल में मछली के बदले फंस गया घड़ियाल, अफरातफरी
गोपालगंज में बाढ़ के पानी में मछली मारने के लिए लगाए गए जाल मेंं एक घड़ियाल फंस गया। इसके बाद सीओ ने घड़ियाल फंसने की जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को दी। बाद में उसे गंडक नदी में छोड़ दिया गया।
गोपालगंज, जेएनएन: बैकुंठपुर प्रखंड के कर्मशीला गांव में बाढ़ के पानी में मछली मारने के लिए लगाए गए जाल मेंं एक घड़ियाल फंस गया। दस किलो वजन के इस घड़ियाल को जाल से निकाल कर बाढ़ पीड़ितों ने इसकी सूचना सीओ को दी। इसके बाद सीओ ने घड़ियाल फंसने की जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को दी। वन विभाग के अधिकारियों ने घड़ियाल को गंडक नदी में छोड़ने की सलाह दी। इसके बाद सीओ के निर्देश पर बाढ़ पीड़ितों ने घड़ियाल को गंडक नदी में छोड़ दिया।
सारण तटबंध टूटने से आया बाढ़, खाने-पीने से लेकर रहने की समस्या से जूझ रहे बाढ़ पीड़ित
सारण तटबंध टूटने से आई विनाशकारी बाढ़ के कारण बाढ़ प्रभावित गांवों के ग्रामीण खाने-पीने से लेकर रहने की समस्या से जूझ रहे हैं। बाढ़ ग्रस्त इलाकों के लोगों की आर्थिक स्थिति डगमगा गई है। फ़िलहाल लोग बाढ़ के पानी में मछली पकड़ कर अपने पेट की आग बुझा रहे हैं। इसके साथ ही मछली पकड़कर उसे औने-पौने दाम पर बेच रहे हैं।
मछली के बदले जाल में फंसा करीब चार फीट लंबा तथा दस किलो वजनी घड़ियाल
मंगलवार की रात कर्मशीला गांव के वार्ड संख्या दस निवासी उमेश सहनी ने मछली पकड़ने के लिए बाढ़ के पानी में जाल लगाया। बुधवार को जब इस जाल को बाहर निकालने लगे तो इस दौरान उन्हें लगा कि जाल में बड़ी मछ्ली फंस गई है। लेेकिन जब बाहर निकला तो उसमें फंसे घड़ियाल को देखकर उनकी आंखें फटी रह गईं। जाल में फंसा घड़ियाल करीब चार फीट लंबा तथा उसका वजन दस किलो का था। जाल में घड़ियाल फंसने की जानकारी मिलते ही वहां लोगों की भीड़ लग गई।
अंचलाधिकारी ने वन विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क कर वन विभाग को दी सूचना
ग्रामीणों ने घड़ियाल फंसने की सूचना अंचल पदाधिकारी को दी। जिसके बाद अंचलाधिकारी ने वन विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क कर कर्मशीला गांव में घड़ियाल मिलने की जानकारी से अवगत कराया। इसके बाद सीओ राकेश कुमार दुबे के निर्देश पर ग्रामीणों ने घड़ियाल को मूंजा गांव के समीप गंडक नदी में छोड़ दिया।