Bihar News: पटना में नहाने के दौरान गंगा में डूबे छह युवक, तीन की मौत; सभी पुलिसकर्मियों के थे बेटे
Bihar News पटना में रविवार को क्रिकेट खेलने के बाद गंगा में नहाने गए छह लड़के डूब गए। तीन लड़कों के शव को निकाला गया। दो को सुरक्षित निकला लिया गया है जबकि एक लापता अब तक है।
जागरण संवाददाता, पटना : राजापुर घाट पर रविवार की सुबह गंगा स्नान कर रहे आधा दर्जन युवक डूब गए। मौके पर मौजूद उनके दो साथियों ने उनमें से दो को तो बचा लिया, लेकिन चार नदी में समा गए। इनमें से तीन युवकों के शव को एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स) ने बाहर निकाला। एक युवक अब भी लापता है। सूर्यास्त के बाद एसडीआरएफ ने गंगा में खोज बंद कर दी। सोमवार की सुबह से सर्च आपरेशन दोबारा शुरू किया जाएगा। बुद्धा कालोनी थानाध्यक्ष निहार भूषण ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के बाद स्वजनों को सौंप दिया गया। बचाए गए एक युवक को इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दूसरा युवक सुरक्षित घर लौट गया।
एक भाई आइसीयू में, दूसरे की मिली लाश
डूबने वाले में पटना जिला बल के सिपाही चालक रंधीर कुमार सिंह के 21 वर्षीय पुत्र मोनू शामिल है। उसके भाई सोनू को साथ रहे युवकों ने तो बचा लिया, वह निजी अस्पताल की आइसीयू में भर्ती है। उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। रंधीर मूलरूप से उत्तरप्रदेश के गाजीपुर जिले के किरंदीपुर के रहने वाले हैं। पटना ट्रैफिक पुलिस के सहायक अवर निरीक्षक मनोज कुमार के पुत्र विश्वजीत कुमार (22) की हादसे में मौत हो गई। मनोज भागलपुर जिले के पीरपैंती के निवासी हैं। इसके अतिरिक्त समस्तीपुर जिला बल के दारोगा अखिलेश राय के पुत्र विकास उर्फ पवन (25) का शव नदी से निकाला गया। अखिलेश मूलरूप से बक्सर जिले के निवासी हैं। दिव्यांशु उर्फ लल्ला की खोज जारी है। उसके पिता दीपक कुमार सिंह नालंदा जिला बल में हवलदार हैं। दीपक मूलरूप से मुंगेर के रहने वाले हैं। सोनू के साथ निकाले गए दूसरे युवक का नाम राहुल बताया जाता है। वह खतरे से बाहर है। उसके पिता भी पुलिस में हैं। डूबे सभी युवक परिवार के साथ पटना पुलिस लाइन में रहते हैं।
साढ़े 11 बजे एसडीआरएफ को मिली सूचना
एसडीआरएफ के इंस्पेक्टर अशोक कुमार ने बताया कि एडीएम आपदा ने उन्हें लगभग 11:30 बजे घटना की जानकारी दी। इसके बाद वे आठ सदस्यीय दल के साथ राजापुर के लिए रवाना हो गए। गायघाट से टीम को पहुंचने में करीब 20 मिनट लगे। टीम दो मोटरबोट से युवकों की तलाश कर रही थी। इसी क्रम में तीन युवकों के शव बरामद किए गए। चौथे लापता युवक की बरामदगी तक गंगा में खोज जारी रहेगी।
साथी को बचाने के कारण गंगा में डूबे
रविवार को छुट्टी होने की वजह से सभी युवक क्रिकेट खेलने पुलिस लाइन से गांधी मैदान गए थे। धूप तेज होने के बाद वे गंगा स्नान के लिए बाइक से राजापुर घाट आ गए। युवक गंगा में बाल से कैच-कैच खेलने के साथ हंसी-ठिठोली कर रहे थे। तभी एक युवक फिसल गया। उसे बचाने में छह लड़के गंगा में डूब गए। दो को उनके साथियों ने बाहर निकाल लिया, लेकिन चार युवक आंखों से ओझल हो गए। इससे घबराए बाकी कुछ लड़के आनन-फानन में बुद्धा कालोनी पहुंचे और कुछ युवकों ने पुलिस लाइन लौटकर स्वजनों को जानकारी दी।
पुलिस अस्पताल से लाई गई एंबुलेंस
एसडीआरएफ की टीम के पहुंचते ही गांधी मैदान पुलिस अस्पताल से एंबुलेंस लाई गई। तब तक डूबे चारों युवकों के स्वजन और पुलिस लाइन में रहने वाले लोग घाट पर पहुंच गए थे। रुदन-क्रंदन शुरू हो गया। पहले मोनू का शव निकाला गया। दोपहर दो बजे तक एक-एक कर तीन शव बाहर निकाले गए।
बेटे की सलामती के लिए मांगती रही मन्नतें
घाट पर चीख-पुकार मच गई। लापता दिव्यांशु की मां बार-बार चीखते हुए गंगा की तरफ दौड़ रही थीं। छोटा बेटा और रिश्तेदार उन्हें पकड़कर पुलिस की जीप में बिठा रहे थे। वह मां गंगा से बेटे की सलामती और सकुशल वापसी के लिए मन्नतें मांगती रहीं।
पढ़ाई के साथ रेस्टोरेंट भी चलाता था पवन
दोस्तों ने बताया कि पवन एएन कालेज का छात्र था। वह पढ़ाई के साथ रेस्टोरेंट भी चलाता था। मृत मोनू बुद्ध मार्ग स्थित आइआइबीएम (इंडियन इंस्टीट्यूट आफ बिजनेस मैनेजमेंट) में पढ़ाई कर रहा था। विश्वजीत स्नातक की पढ़ाई पूरी कर चुका था।