बिहारः होटल के कमरों में थीं 11 लड़कियां, 12 लड़कों के साथ आपत्तिजनक हालत में देख पुलिस भी चौंकी
बिहार के जहानाबाद में अपार्टमेंट में संचालित रेस्टोरेंट में पुलिस ने छापेमारी कर 11 लड़कियां और 12 लड़कों आपत्तिजनक हालत में पकड़ा है। पकड़े गए लड़के व लड़कियों की उम्र 15 से 19 के बीच है। स्थानीय लोगों की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई है।
जागरण संवाददाता, जहानाबाद : जहानाबाद एसपी के निर्देश पर सोमवार को पुलिस ने कोर्ट स्टेशन के समीप आदर्श नगर मोहल्ले के आलोक अपार्टमेंट में प्रथम तल पर संचालित दो रेस्ट हाउस में दबिश दी। वहां से पुलिस ने 11 लड़कियां और 12 लड़कों को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा। सभी अलग-अलग कमरे में गंदी हरकत कर रहे थे। पुलिस के पहुंचते ही अफरा-तफरी मच गई। एसडीओ मनोज कुमार व एसडीपीओ अशोक कुमार पांडेय के नेतृत्व में पुरुष व महिला पुलिस बल छापेमारी में शामिल था। पकड़े गए लड़के व लड़कियों की उम्र 15 से 19 के बीच है।
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एसडीपीओ अशोक कुमार पांडेय ने बताया कि स्थानीय लोगों की शिकायत पर पुलिस दो दिन से अपार्टमेंट की रेकी कर रही थी। यह अपार्टमेंट लोजपा नेता सह हुलासगंज के प्रखंड प्रमुख बालू व्यापारी वीरा निवासी सत्येंद्र सिंह और घोसी के सुरदासपुर निवासी भवन ठीकेदार आलोक कुमार ने पार्टनरशिप में बनाया है, जिसके प्रथम तल पर दो रेस्ट हाउस है। सत्येंद्र सिंह का शिव सत्य रेस्ट हाउस और आलोक का ओमकारा रेस्ट हाउस है। दोनों रेस्ट हाउस से कुल 23 लड़के व लड़कियाें को आपत्तिजनक हालत में पुलिस ने पकड़ा। पुलिस ने दोनों रेस्ट हाउस के सभी कमरे को सील कर दिया है। ओमकारा रेस्ट हाउस के 11 व शिव सत्य रेस्ट हाउस के छह कमरे को सील किया गया है। कैश काउंटर से 45 सौ रुपये पुलिस ने जब्त किए हैं।
जहानाबाद, अरवल, गया व पटना के हैं लड़के
पुलिस की भनक लगते ही दोनों रेस्ट हाउस के कर्मचारी पहले ही भाग खड़े हुए थे। नगर थाने के पुलिस सभी पकड़े गए लड़के व लड़कियों को थाने ले गई जहां उनका सत्यापन किया गया। पकड़े गए लड़के जहानाबाद, अरवल, गया व पटना जिले के निवासी हैं। इनमें कुछ नाबालिग हैं। पकड़ी गईं ज्यादातर लड़कियां जहानाबाद की हैं। इनमें भी कई नाबालिग हैं। एक स्कूली छात्रा भी है। लड़कों में कुछ को जुवेनाइल तो कुछ को जेल भेजा जाएगा। नीचे के तल पर संचालित रेस्टोरेंट में घरेलू गैस के व्यवसायिक प्रयोग को लेकर भी एक केस अलग से दर्ज किया गया है।
मामले में ठीकेदार ने दी सफाई
इधर, छापेमारी के बाद ठीकेदार आलोक कुमार ने अपनी सफाई में कहा है कि उन्होंने मखदुमपुर थाना के नेवारी निवासी आलोक कुमार को दो साल के लिए रेस्ट हाउस किराए पर दे दिया था। एक लाख दस हजार रुपये महीने का एग्रीमेंट भी उनके पास है। वर्ष 2021 से ही रेस्ट हाउस की सारी जवाबदेही नेवारी के आलोक की है। छापेमारी से उनका कोई लेना-देना नहीं है। वहीं प्रखंड प्रमुख सत्येंद्र सिंह ने कहा कि आदर्श नगर के ही नागेंद्र कुमार को उन्होंने दो साल के लिए रेस्ट हाउस किराए पर दे दिया है, इस समय वही केयरटेकर हैं। रेस्ट हाउस में कौन आता है और कौन जाता है इसकी सारी जवाबदेही केयरटेकर की है। मेरा इस केस से कोई लेना-देना नहीं है।
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