मुजफ्फरपुर में अबतक 15 मरीजों की निकाली जा चुकी है आंख, और संक्रमितों की जा सकती है रोशनी
मोतियाबिंद आपरेशन के बाद आंख में संक्रमण की शिकायत पर अब तक 15 लोगों की एक-एक आंख निकाली जा चुकी है। चार लोग एसकेएमसीएच में भर्ती हैं। विशेषज्ञ चिकित्सकों की मानें तो उनकी भी आंख निकालनी पड़ सकती है।
जासं, मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर आई हास्पिटल में मोतियाबिंद आपरेशन के बाद आंख में संक्रमण की शिकायत पर अब तक 15 लोगों की एक-एक आंख निकाली जा चुकी है। चार लोग एसकेएमसीएच में भर्ती हैं। विशेषज्ञ चिकित्सकों की मानें तो उनकी भी आंख निकालनी पड़ सकती है। बुधवार को एसकेएमसीएच में नौ लोगों की आंख निकाली गई। इस बीच सिविल सर्जन डा. विनय कुमार शर्मा व एसीएमओ डा. एसपी सिंह ने मुजफ्फरपुर आई हास्पिटल व एसकेएमसीएच का निरीक्षण किया। आई हास्पिटल के प्रबंधक से 24 घंटे के अंदर वहां उपचार करने वाले चिकित्सकों और पिछले एक सप्ताह में हुए मरीजों के आपरेशन की पूरी जानकारी मांगी।
जांच पदाधिकारी एसीएमओ ने बताया कि आई हास्पिटल में एक सप्ताह में 328 मरीजों का आपरेशन हुआ है। सबके मोबाइल नंबर पर बारी-बारी से बात करके उनका हालचाल लिया जाएगा। अगर उन्हें किसी तरह की परेशानी होगी तो एसकेएमसीएच भेजकर इलाज कराया जाएगा।
जांच को पहुंची टीम, बंद मिला आउटडोर
मुजफ्फरपुर आई हास्पिटल में बुधवार को जांच टीम पहुंची। वहां आउटडोर में ताला लटका मिला। एक भी चिकित्सक नहीं थे। एक-दो मरीज जरूर आए थे जो बिना चिकित्सकीय परामर्श के बाहर निकलते रहे। उन्हें देखने वाला कोई नहीं था। कुछ ऐसे लोग भी आए जिन्होंने दो-तीन दिन पहले आपरेशन कराया था। उन्हें फालोअप के लिए बुलाया गया था। सिविल सर्जन ने बताया कि आपरेशन थिएटर में फंगस या वायरस के कारण मरीजों में संक्रमण फैला है। इसके लिए श्वाब को लैब टेस्ट के लिए भेजा गया है। शुक्रवार तक उसकी रिपोर्ट आने की उम्मीद है।
इस बीच आई हास्पिटल में 22 नवंबर को हुए आपरेशन के दौरान जिन लोगों की आंखों की रोशनी चली गई या आंख संबंधित परेशानी है? उनके उपचार के लिए एसकेएमसीएच में स्पेशल वार्ड बनाया गया है। वहां 24 घंटे मेडिकल स्टाफ और चिकित्सक की प्रतिनियुक्ति की गई है। इस वार्ड की मानीटरिंग एसकेएमसीएच के अधीक्षक डा. बीएस झा स्वयं कर रहे हैं। अभी तक एसकेएमसीएच में कुल 16 मरीज भर्ती हुए हैं। इनमें आपरेशन कर 11 मरीजों की एक-एक आंख निकाली गई है। तीन मरीजों की आंख का आपरेशन गुरुवार को किया जाएगा। अधीक्षक ने बताया कि पहले से जो आई विभाग है, उससे अलग एक स्पेशल वार्ड आई हास्पिटल के पीड़ित मरीजों के लिए बनाया गया है। यहां सातों दिन 24 घंटे बेहतर सेवा का प्रबंध है। मरीजों को कोई परेशानी नहीं हो इसके लिए उन्होंने स्वयं अपना मोबाइल नंबर सभी भर्ती मरीजों को दिया है।
मोतियाबिंद शिविर में हुआ था आपरेशन
मालूम हो कि मुजफ्फरपुर आई हास्पिटल में 22 नवंबर को मोतियाबिंद शिविर लगा था। इसमें 65 लोगों का आपरेशन किया गया। संक्रमण की वजह से अब तक 15 लोगों की आंख निकालनी पड़ी है। इसमें 11 की एसकेएमसीएच में और चार की आई हास्पिटल में एक-एक आंख निकाली गई है। आशंका जताई जा रही है कि सभी 65 लोग संक्रमित हुए हैं। मरीजों की शिकायत पर सिविल सर्जन ने एक जांच टीम गठित की है। इसमें एसीएमओ डा. सुभाष प्रसाद सिंह, डा. हसीब असगर, डा. नीतू कुमारी शामिल हैं। टीम जांच कर रही है। जल्द रिपोर्ट सौंपने की उम्मीद है।