PM मोदी के आदेश से बेपरवाह दिखे BJP नेता, Lockdown में कराते मिले 'इश्क दीवाना' की शूटिंग
Bihar Lockdown बिहार के सुपौल में एक बीजेपी नेता व पूर्व मंत्री पर लॉकडाउन के उल्लंघन का आरोप लगा है। पुलिस ने उनके खिलाफ नामजद एफआइआर दर्ज की है। पूरा मामला जानिए इस खबर में।
पटना/ भागलपुर, जागरण टीम। CoronaVirus: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के आह्वान पर जारी देशव्यापी लॉकडाउन (Nationwide Lockdown) की अवधि में बिहार के सुपौल (Supaul) में फिल्म की शूटिंग (Shooting) हो रही थी। इसमें सहयोग देने के आरोप में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता विश्वमोहन कुमार (Vishwa Mohan Kumar) के खिलाफ एफआइआर (FIR) दर्ज की गई है। बीजेपी नेता के घर से शूटिंग के सामान भी बरामद किए गए हैं। हालांकि, आरोपित नेता ने खुद को बेकसूर बताया है। आरोप के घेरे में आए बीजेपी नेता पहले जनता दल यूनाइटेड (JDU) से सांसद (MP) तथा मंत्री (Minister) भी रह चुके हैं।
गांव में भोजपुरी फिल्म की शूटिंग करा रहे थे नेताजी!
मिली जानकारी के अनुसार बीजेपी नेता विश्वमोहन कुमार के सुपौल के पिपरा थाना अंतर्गत कटैया गांव में स्थित आवास पर भोजपुरी फिल्म (Bhojpuri Film) 'इश्क दीवाना' (Ishq Deewana) की शूटिंग हो रही थी। आरोप है कि उन्होंने इसके लिए फिल्म के प्रोड्यूसर को आमंत्रित किया था तथा उनकी सहमति से शूटिंग की जा रही थी।
शूटिंग देखने उमड़ी भीड़, हवा हो गया लॉकडाउन
फिल्म की शूटिंग के दौरान उसे देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। इससे कोरोना संक्रमण को रोकने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के आह्वान को धक्का लगा, साथ ही लॉकडाउन (Lockdown) के आदेश की भी अवहेलना हुई। इसकी जानकारी कुछ ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस व प्रशासन को दी, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद ग्रामीणों ने जिला के वरीय अधिकारियों को सूचित किया।
बीजेपी नेता सहित दो के खिलाफ एफआइआर
ग्रामीणों की सूचना पर सुपौल के पुलिस अधीक्षक (SP) मनोज कुमार ने खुद मामले की जांच की। उन्होंने बताया कि फिल्म कंपनी के कैमरे जब्त कर लिए गए हैं। इस सिलसिले में बीजेपी नेता सहित दो लोगों के खिलाफ नामजद एफआइआर दर्ज की गई है। साथ ही 50-60 अज्ञात लोगों को भी आरोपित किया गया है। एसपी ने बताया कि मामले की जांच कर जरूरत पडी तो गिरफ्तारी (Arresting) भी की जाएगी।
घटना के संबंध में नेताजी ने भी दी सफाई
घटना के संबंध में बीजेपी नेता ने भी सफाई दी है। उनके अनुसार, उन्होंने फिल्म निर्माण से संबंधित सामान रखने तथा कलाकारों के रहने की व्यवस्था अपने घर पर जरूर की, लेकिन फिल्म निर्माण की अनुमति नहीं दी। जनप्रतिनिधि होने के नाते एक कार्यक्रम के सिलसिले में आए कलाकारों के कोरोना लॉकडाउन के कारण सुपौल में फंस जाने पर उनके रहने के लिए फिजिकल डिस्टेंसिंग (Physical Distencing) के साथ साफ-सुथरी व्यवस्था करा दी। बीजेपी नेता ने कहा कि लाॅकडाउन (Lockdown) में यह नहीं है कि लोगों की मदद नहीं की जाए। उन्होंने कहा कि राजनीतिक विद्वेष के कारण साजिश के तहत उनपर गलत आरोप लगाए गए हैं।