Bihar MLC Election: तेजप्रताप का पत्ता कटा, RJD के तीनों प्रत्याशियों ने किया नामांकन; तेजस्वी रहे मौजूद
Bihar legislative council Election राजद ने अपने तीन उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए हैं आज इन सबने अपना नामांकन किया। वहीं तेजप्रताप यादव या लालू परिवार के किसी सदस्य का नाम नहीं।
पटना, स्टेट ब्यूरो। बिहार में जारी सियासी उठापटक के बीच राष्ट्रीय जनता दल ने विधान परिषद चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों का नाम तय कर लिया है। आरजेडी ने अपने हिस्से की तीन सीटों के लिए मुंबई के व्यवसायी फारूख शेख, बिस्कोमान के अध्यक्ष सुनील सिंह और आरजेडी अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रामबली चंद्रवंशी को चुना है। इन सभी प्रत्याशियों ने विधानसभा जाकर आज अपना नामांकन दाखिल किया है। नामांकन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी माैजूद रहे।
सुनील सिंह का नाम सबसे ऊपर
विधान परिषद के लिए राजद के तीनों उम्मीदवारों ने बुधवार को अपना नामांकन कर दिया। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के साथ राजद के सुनील कुमार सिंह, फारुक शेख और रामबली सिंह ने विधानसभा के सचिव के समक्ष पर्चा भरा। विधान परिषद के लिए बिस्कोमान के अध्यक्ष सुनील सिंह का नाम सबसे ऊपर था। सुनील सिंह लालू प्रसाद के बेहद करीबी माने जाते हैं। वह लगातार रिम्स में लालू यादव से मुलाकात के लिए भी जाते रहे हैं और साथ ही राजद की तमाम बड़ी रैलियों में उनकी बड़ी भूमिका रही है। अब सुनील सिंह को इसका इनाम मिला है। पार्टी की तरफ से उम्मीदवार बनाए जाने के बाद सुनील ने लालू के साथ-साथ राजद का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि वह अपने अभिभावक लालू यादव की तरफ से दिए गए दायित्वों को पूरी तरह निभाएंगे।
मुंबई के हैं दूसरे प्रत्याशी फारुक शेख
राजद के दूसरे उम्मीदवार फारुक शेख शिवहर जिले से आते हैं, लेकिन उनका मुंबई में बड़ा कारोबार है। फारुक का राजद से पुराना वास्ता नहीं रहा है। वह पैराशूट से सीधे विधान परिषद जाने वाले हैं। उनकी उम्मीदवारी को लेकर पार्टी के अंदर थोड़ी नाराजगी भी थी लेकिन तमाम बातों को खारिज करते हुए राजद नेतृत्व ने फारुक को परिषद भेजने का फैसला किया है।
चंद्रवंशी समाज से आते हैं रामबली सिंह
राजद के तीसरे उम्मीदवार प्रो. रामबली सिंह हैं। चंद्रवंशी समाज से आने वाले रामबली बीएन कॉलेज के प्रोफेसर हैं। इनका नाम भी लगातार रेस में बना हुआ था। इनकी टक्कर चंद्रवंशी समाज से आने वाले दूसरे उम्मीदवार अशोक आजाद चंद्रवंशी से थी। रामबली सिंह के ऊपर कई आरोप भी लग चुके हैं।
तेजप्रताप ने बनाया था दबाव, शीर्ष नेतृत्व ने काट दिया पत्ता
विदित हो कि इसके पहले मंगलवार को बिहार विधान परिषद में आरजेडी के पांच सदस्यों ने पार्टी से इस्तीफा देकर जेडीयू का दामन थाम लिया। इस सियासी उठापटक के बीच लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजप्रताप यादव भी विधान परिषद में जाने के लिए लगातार दबाव बनाए हुए थे, लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने चुनाव में सामाजिक समीकरण के लिहाज से परिवार से किसी को दावेदार नहीं बनाने का फैसला किया। मंगलवार को विधान परिषद में आरजेडी को बड़ा झटका लगा। परिषद में आरजेडी के पांच सदस्य दल-बदल कर जेडीयू में शामिल हुए।