विधानसभा अध्यक्ष ने विधायकों को खूब पिलाई नसीहत की घुट्टी, मंत्री को दिया टास्क, समय पर क्यों नहीं आया जवाब
बिहार विधान सभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा सदन में विधायकों से लेकर मंत्रियों तक से नाराज हुए। उन्होंने विधानमंडल सत्र के दौरान खास कार्यक्रम स्थगित रखने और सराबगी की सूचना पर सरकार को निर्देश दिया। मंत्री नितिन नवीन और अशोक चौधरी को भी नसीहत दी।
पटना, राज्य ब्यूरो । बहुत पहले प्रश्न भेजने के बावजूद ऑनलाइन जवाब न आने से नाराज विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने भवन निर्माण मंत्री डा. अशोक चौधरी को टास्क दिया। कहा कि विभाग से पूछकर बताइए कि ऑनलाइन जवाब क्यों नहीं आया। प्रश्न राजद के भाई वीरेंद्र का था। वे जानना चाह रहे थे कि दो साल में भी आइटीआइ के भवनों का निर्माण क्यों नहीं हो पाया। मंत्री लिखित जवाब पढ़ रहे थे। उसी समय पता चला कि इस प्रश्न का ऑनलाइन जवाब नहीं आया है। विधानसभा अध्यक्ष ने ऑनलाइन जवाब न देने के लिए कई विभागों को फटकार लगाई। प्रश्नोत्तर काल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा में नहीं थे। विधानसभा अध्यक्ष ने कई सवालों पर नियमन दिया।
अफसरों पर भी नाराजगी
विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा सदस्य संजय सरावगी की सूचना पर भी अफसरों के प्रति नाराजगी जाहिर की। सरावगी ने कहा कि उन्हें कल दरभंगा नगर निगम के सिटी मैनेजर ने चार मार्च को प्रस्तावित एक कार्यक्रम में आने का आमंत्रण दिया। जबकि सरकार का पहले से निर्देश जारी है कि विधान मंडल के सत्र के दौरान ऐसे सभी कार्यक्रम स्थगित रखे जाएं, जिनमें सदस्यों की उपस्थिति अपरिहार्य होती है। विधायक ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम किसी विधायक को विधायी कार्यों से रोकते हैं और यह विशेषाधिकार हनन का विषय है। अध्यक्ष ने तुरंत संज्ञान लेकर सरकार को निर्देश दिया कि वह पत्र जारी कर अधिकारियों को मना करे।
पूछा- एरर क्यों आया
पथ निर्माण विभाग ने एक सवाल का ऑनलाइन जवाब दिया था। विधायक बता रहे थे कि जब वे इसे पढ़ रहे थे तो एरर आ रहा था। विधानसभा अध्यक्ष ने पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन से पूछा-एरर क्यों आ रहा है। मंत्री बोले कि वे इसे देखेंगे। एक सवाल जदयू के डा. संजीव का था। खगडिय़ा जिला के गोगरी प्रखंड के रामपुर पंचायत में क्षतिग्रस्त पुलों का निर्माण नहीं हो रहा है। डा. संजीव के पिता आरएन सिंह ने उस पुल का शिलान्यास किया था। निर्माण अबतक पूरा नहीं हुआ। विधानसभा अध्यक्ष ने इस मामले की जांच का आदेश दिया। नितिन ने जवाब में जांच का आश्वासन दिया। राजद के समीर कुमार महासेठ मधुबनी की एक एक सड़क के निर्माण से जुड़े सवाल के ऑनलाइन जवाब से संतुष्ट हुए। उन्होंने खड़ा होकर पथ निर्माण मंत्री को धन्यवाद दिया। वे आगे कुछ बोलने ही जा रहे थे कि विधानसभा अध्यक्ष ने टोका-धन्यवाद दे ही दिए हैं तो बैठ जाइए।