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PM Modi Virtual Rally: यूपीए सरकार की तुलना में बिहार को तीन गुना ज्यादा मिल रहा रेल बजट : पीयूष गोयल

राज्य से संबंधित रेल परियोजनाओं के उद्घाटन-शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि बिहार विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Fri, 18 Sep 2020 03:33 PM (IST)Updated: Fri, 18 Sep 2020 11:35 PM (IST)
PM Modi Virtual Rally: यूपीए सरकार की तुलना में बिहार को तीन गुना ज्यादा मिल रहा रेल बजट : पीयूष गोयल
PM Modi Virtual Rally: यूपीए सरकार की तुलना में बिहार को तीन गुना ज्यादा मिल रहा रेल बजट : पीयूष गोयल

पटना, जेएनएन। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि बिहार में 'सबका साथ-सबका विकास' करने वाली डबल इंजन की सरकार चल रही है। बिहार विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। वित्तीय वर्ष 2012-13 तक संप्रग (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) की सरकार के दौरान बिहार के लिए रेलवे का बजट महज हजार से 11 सौ करोड़ रुपये हुआ करता था। उसके बाद सन् 2014 से अब तक बिहार को प्रतिवर्ष तीन से चार हजार करोड़ रुपये दिए जा रहे हैं।

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पीयूष गोयल शुक्रवार को बिहार से संबंधित रेल परियोजनाओं के उद्घाटन-शिलान्यास समारोह को दिल्ली से वर्चुअल संबोधित कर रहे थे। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार और पूर्वोत्तर की सर्वाधिक चिंता कर रहे हैं। कोसी महासेतु समेत 12 परियोजनाएं बिहार के प्रति प्रधानमंत्री की विकासपरक सोच का सुफल है। सन् 2003 में कोसी महासेतु का तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने शिलान्यास किया था। आज नरेंद्र मोदी उद्घाटन कर रहे हैं। यह महासेतुु बिहार के विकास में अहम भूमिका निभाएगा। यह न सिर्फ दो स्थानों को जोड़ेगा, बल्कि तरक्की की नई ऊंचाई देगा। नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से किसान रेल चलाई जा रही है। भारत के इतिहास में यह क्रांतिकारी परिवर्तन है।

मोदी के कार्यकाल में हुआ बेहतर कार्य

इसके पहले कोसी महासेतु सहित रेल से जुड़ी अन्य योजनाओं के उद्घाटन समारोह में सीएम नीतीश कुमार ने यूपीए का नाम लिए बगैर यह कहा कि केंद्र में उनके दस वर्षों में बिहार में रेल से जुड़ी योजनाएं मंद गति में रहीं। इसके बाद जब नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार आयी तो बिहार से जुड़ी रेल योजनाओं के काम ने रफ्तार पकड़ी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बाढ़ स्थित एनटीपीसी के पावर प्लांट का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च 1999 में इसका शिलान्यास हुआ। इस पावर प्लांट के लिए हजारीबाग के कोल प्वाइंट से लिंक बनना जरूरी था। कोडरमा-तिलैया-राजगीर-बख्तियारपुर-बाढ़ रेल लाइन पर काम शुरू हुआ। अटल जी के कार्यकाल में इस प्रोजेक्ट पर जितना काम हमलोगों ने कराया वही हो पाया था। उसके बाद के दस वर्षों में इन योजनाओं पर काम की गति काफी धीमी रही। 


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