बिहार के मंत्री संजय झा ने चिदंबरम को समझाया, दुर्भावनापूर्ण बयान देने से पहले होमवर्क कर लेते
बिहार के मंत्री ने ट्वीट कर कांग्रेस नेता पी चिदंबरम को यह समझाया कि दरभंगा मेडिकल कॉलेज व अस्तपाल (डीएमसीएच) के बारे में उन्होंने जो बात की है वह हकीकत से कोसों दूर है। डीएमसीएच पर दुर्भावनापूर्ण राजनीतिक वक्तव्य देने से पहले उन्हें कुछ होमवर्क कर लेना चाहिए था।
राज्य ब्यूरो, पटना : सूचना एवं जनसंपर्क तथा जल संसाधन मंत्री संजय झा ने रविवार को एक साथ लगातार कई ट्वीट कर पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम को यह समझाया कि दरभंगा मेडिकल कॉलेज व अस्तपाल (डीएमसीएच) के बारे में उन्होंने जो बात की है, वह हकीकत से कोसों दूर है। डीएमसीएच पर दुर्भावनापूर्ण राजनीतिक वक्तव्य देने से पहले उन्हें कुछ होमवर्क कर लेना चाहिए था।
काल्पनिक इमेज कांग्रेस के पतन की मुख्य वजह
डीएमसीएच की चर्चा के क्रम में पी. चिदंबरम ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा था। संजय झा ने पी. चिदंबरम को नसीहत दी कि नीतीश कुमार जननेता हैं। उनके नेता की तरह नहीं, जिन्हें कुर्सी विरासत में मिली है। सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री ने पी. चिदंबरम पर अपने ट्वीट में कहा कि उन्होंने टीवी और मीडिया के माध्यम से जो अपनी काल्पनिक इमेज बनाई है, वहीं कांग्रेस के पतन की मुख्य वजह भी है। थोथा चना बाजे घना।
दरभंगा एम्स के बारे में सुना है?
संजय झा ने कहा कि नीतीश कुमार उस श्रेणी के जननेता हैं, जो स्वनिर्मित हैं। जमीन से ऊपर आए हैं। वह न सिर्फ दरभंगा गए हैं, बल्कि उसे वैश्विक एविएशन मानचित्र पर लाने में उनका बड़ा योगदान रहा है। क्या उन्होंने दरभंगा एयरपोर्ट या फिर दरभंगा एम्स के बारे में सुना है? डीएमसीएच एक स्टेट अ़ॉफ द आर्ट भवन है, जहां कोविड-19 के मरीजों का बेहतर इलाज हो रहा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व्यक्तिगत रूप से सभी चीजों को देख रहे हैैं।
कांग्रेस और राजद ने बिहार को अंधेरे में लाकर छोड़ा
संजय झा ने कहा कि दरभंगा और उसके आसपास के जिले के कोविड-19 के मरीजों को इलाज पांच मंजिला स्टेट ऑफ द आर्ट बीएससी नर्सिंग कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भी हो रहा, जिसका निर्माण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात निश्चय योजना के तहत हुआ है। यहां 135 बेड, आइसीयू, पाइपलाइन ऑक्सीजन व अन्य आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। संजय झा ने कहा कि कांग्रेस और राजद की सरकार ने बिहार को अंधेरे में लाकर छोड़ दिया था। नीतीश कुमार ने बिहार को उस दौर से निकाला है।