Patna Weather Update: शीतलहर की चपेट में बिहार, बर्फीली हवाओं ने बढ़ाई पटनावासियों की परेशानी
राजधानी पटना सहित उतरी बिहार के अधिकांश शहर कोहरे की चादर में लिपटे हैं। कोहरा और धुंध इतनी घनी है कि लोगों को 100 मीटर भी देखना मुश्किल हो रहा है। सोमवार की सुबह से बिहार की राजधानी में तेज बर्फीली हवा चल रही है।
जागरण संवाददाता, पटना: बिहार समेत पूरा उत्तरी भारत भीषण शीतलहर की चपेट में है। राजधानी पटना सहित उतरी बिहार के अधिकांश शहर कोहरे की चादर में लिपटे हैं। कोहरा और धुंध इतनी घनी है कि लोगों को 100 मीटर भी देखना मुश्किल हो रहा है। सोमवार की सुबह से बिहार की राजधानी में तेज बर्फीली हवा चल रही है। ठंड से लोगों को ना घर में राहत मिल रही है नहीं बाहर। मौसम विभाग ने इसको ऑरेंज अलर्ट घोषित किया है। यानी फिलहाल लोग ठंड को लेकर बेहद सावधान रहें। इस वातावरण में लोगों को सर्दी खांसी एवं फ्लू की समस्या हो सकती है।
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार का कहना है कि फिलहाल बिहार समेत उत्तरी भारत के अधिकांश राज्य भीषण शीतलहर के चपेट में हैं। अगले दो दिनों बाद मौसम में सुधार हो सकता है। पश्चिम से आने वाली बर्फीली हवा 25 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से बह रही है। इसके अलावा हिमालय पर हो रही बर्फबारी से मैदानी इलाके सीधे तौर पर प्रभावित हो रहे हैं, जिससे मैदानी इलाके का तापमान में काफी गिरावट आई है।
बच्चों को लेकर विशेष सावधानी
फिलहाल बच्चों को लेकर विशेष सावधान रहने की जरूरत है। पीएमसीएच के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर राकेश कुमार शर्मा का कहना है कि फिलहाल घरों में बच्चों को बचाना अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए सबसे पहले घर का वातावरण गर्म रखने की जरूरत है। ऐसे में घरों में हीटर आदि का उपयोग किया जा सकता है। घर के अंदर भी बच्चों को गर्म कपड़ा में ही रखें। उनके खानपान पर भी ध्यान देने की जरूरत है। कोशिश करें कि बच्चे पानी के आस पास वाले स्थानों पर ना जाएं। खेलने कूदने की जगह भी पानी से दूर हो। वहीं दूसरी ओर वातावरण में गर्मी आने पर ही बुजुर्गों को घर से बाहर निकलने की जरूरत है। पीएमसीएच के हार्ट रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अशोक कुमार का कहना है कि फिलहाल बुजुर्गों को बेहद सावधान रहने की जरूरत है। वातावरण में पर्याप्त गर्मी होने पर ही घरों से बाहर निकले। अत्यंत ठंड में घर से बाहर निकलना बुजुर्गों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। खासकर बीपी के मरीज शीतलहर की चपेट में आ सकते हैं। उन्हें हार्ट अटैक एवं ब्रेन हैमरेज का शिकार होना पड़ सकता है। फिलहाल घर में भी बुजुर्गों को सावधान रहना बेहद लाभदायक होगा।