कोलकाता नहीं, अब गया एयरपोर्ट से उड़ान भरेंगे बिहार के हज यात्री
हज का सफर करने वाले बिहार के हज यात्रियों के लिए आवेदन में कोलकाता और गया एयरपोर्ट से उड़ान भरने का विकल्प दिया गया था। यात्रियों ने गया एयरपोर्ट से उड़ान भरने की इच्छा जाहिर की।
पटना [जेएनएन]। 2018 में हज पर जाने वाले राज्य के सभी हज यात्रियों को अब गया एयरपोर्ट से ही उड़ान भरनी होगी। बिहार हज कमेटी के चेयरमैन मोहम्मद इलियास हुसैन ने बताया कि हवाई जहाज के टेंडर के बाद गया एयरपोर्ट से किराए में आई गिरावट को देखते हुए बिहार के ज्यादातर हज यात्रियों अपने दिए एयरपोर्ट स्टेशन को बदलकर गया एयरपोर्ट से उड़ान भरने की इच्छा जाहिर की थी।
इसके बाद बिहार हज कमेटी ने केंद्रीय हज कमेटी को यात्रियों की इच्छा से अवगत कराया था। इसके बाद हज कमेटी ने राज्य के सभी हज यात्रियों को गया एयरपोर्ट से ही उड़ान भरने की इजाजत दे दी। मो. इलियास हुसैन ने बताया कि पूर्व की तरह पटना के हज भवन से ही बिहार के हज यात्रियों को गया एयरपोर्ट के लिए रवाना किया जाएगा। राज्य के सभी हज यात्री 2018 में गया एयरपोर्ट से ही उड़ान भरेंगे।
क्या था मामला
2018 में हज का सफर करने वाले बिहार के हज यात्रियों के लिए आवेदन में कोलकाता और गया एयरपोर्ट से उड़ान भरने का विकल्प दिया गया था। 2017 में गया एयरपोर्ट से उड़ान भरने पर 1 लाख 13 हजार 680 रूपया का किराया अदा करना पड़ा था। जबकि कोलकाता एयरपोर्ट से हज यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को किराया मात्र 83 हजार लगा था। किराए में 30 हजार के अंतर को देखते हुए बिहार के ज्यादातर हज यात्रियों ने कोलकाता एयरपोर्ट के विकल्प का चुनाव किया था।
कैसे हुई किराए में गिरावट
पिछले वर्ष गया एयरपोर्ट से उड़ान का टेंडर इंडियन एयरलाइंस को मिला था। इसका किराया 1 लाख 13 हजार 680 रुपये तय हुआ था। लेकिन इस बार गया एयरपोर्ट से हज यात्रियों को ले जाने का टेंडर सउदी अरब की कंपनी फ्लाई-आर्ट को मिला। फ्लाई आर्ट को यह टेंडर मिलने पर 2018 में गया एयरपोर्ट से हज पर जाने वाले यात्रियों का किराया घटकर 78 हजार पर आ गया। जबकि कोलकाता एयरपोर्ट से जाने वाले यात्रियों का किराया 71 हजार अदा करना होगा। बिहार के हज यात्री सहूलियत को देखते हुए अपने विकल्प को बदलकर गया एयरपोर्ट करने की इच्छा जाहिर करने लगे।
1840 ने गया एयरपोर्ट का दिया था विकल्प
किराए में भारी अंतर को देखते हुए बिहार के 3350 हज यात्रियों ने कोलकाता से उड़ान भरने का विकल्प चुना था। जबकि गया एयरपोर्ट का विकल्प मात्र 1840 हज यात्रियों ने ही दिया था। हज कमेटी की इजाजत के बाद कोलकाता एयरपोर्ट का विकल्प चुनने वालों को भी गया एयरपोर्ट से ही उड़ान भरनी होगी।