किसानों के लिए खुशखबरी- अब बढ़े दर पर मिलेगी डीजल अनुदान राशि
इस बार डीजल का दाम बढ़ा हुआ है इसलिए बिहार सरकार डीजल ने किसानों को अनुदान बढ़ाकर देने की व्यवस्था की है ताकि किसानों को डीजल खरीदने में किसी तरह की परेशानी नहीं हो।
पटना [राज्य ब्यूरो]। सुखाड़ की स्थिति से निपटने के लिए सरकार के स्तर पर तय योजनाओं को अंतिम रूप दिए जाने की कवायद तेज हो गई है। किसानों को मिलने वाले डीजल अनुदान में किसी तरह की कोई कोताही नहीं हो इस बारे में जिलाधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है।
डीजल खरीद में सरकार बिचड़ा एवं खरीफ फसल के लिए पांच बार अनुदान देती है। इस बार डीजल का दाम बढ़ा हुआ है इसलिए अनुदान को बढ़ाकर देने की व्यवस्था की गई है ताकि किसानों को डीजल खरीदने में किसी तरह की परेशानी नहीं हो।
सुखाड़ को ले दी गई हैैं कई हिदायतें
संभावित सुखाड़ की स्थिति से निपटने के लिए यह व्यवस्था की गई है कि आकस्मिक फसल योजना का लाभ लोगों तक पहुंचे। नहरों के अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने, बिजली की पर्याप्त आपूर्ति और चापाकल को ठीक रखने को लेकर हिदायतें दी गई हैैं।
आकस्मिक फसल योजना के लिए फसल चयनित
आकस्मिक फसल योजना के संबंध में कृषि विभाग ने यह जानकारी दी कि इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। आकस्मिक फसल योजना के अंतर्गत जिन और फसलों को शामिल किए जाने की जरूरत है उसका आकलन कर लिया गया है।
मौसम विभाग इस बार 93 प्रतिशत बारिश की बात कह रहा
सूबे में अभी बारिश की कमी हर जगह दर्ज की जा रही है। भारतीय मौसम विभाग का आकलन है कि बिहार में औैसत वर्षा 1027.6 एमएम का 93 प्रतिशत संभावित है।
बाढ़ की संभावना को लेकर भी है तैयारी
अगर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई तो उससे निपटने की तैयारी भी कर ली गई है। पशुचारा, सूखा राशन व दवा आदि की पूर्ण आपूर्ति के लिए समीक्षा बैठक भी की गई है।
बाढ़ की स्थिति में संसाधन मानचित्र, एनडीआरएफ सुविधा, तैराकी, गोताखोर नावों की संख्या व बाढ़ शरणस्थली में किसी प्रकार की कोताही नहीं रह जाए इसके लिए सख्त रहने का निर्देश दिए गए हैैं। नाविकों की लंबित मजदूरी के भुगतान पर भी निर्णय ले लिए गए हैैं।
चौबीस घंटे के भीतर पीडि़तों के खाते में राहत राशि
जिलाधिकारी के आपदा राहत कोष में वित्त विभाग ने पर्याप्त राशि उपलब्ध करा दी है। बाढ़ की आपदा की स्थिति में 24 घंटे के भीतर पीडि़त के खाते में राहत राशि स्थानांतरित हो जाएगी।