गांवों में एंबुलेंस खरीदने को बिहार सरकार देगी दो लाख रुपये, सात दिनों में बैंक अकाउंट में आएगी राशि
मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत गांवों में एंबुलेंस खरीद के लिए 1020 आवेदक चुने गए हैं। 4500 लोगों ने आवेदन किया था। एंबुलेंस की खरीद पर50 फीसद या अधिकतम दो लाख रुपये का अनुदान मिलना है। हर प्रखंड में दो एंबुलेंस की खरीद होगी।
पटना, राज्य ब्यूरो। राज्य के ग्रामीण इलाकों में जल्द ही बड़ी संख्या में एंबुलेंस सेवा बहाल हो सकेगी। मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत एंबुलेंस खरीद पर अनुदान के लिए परिवहन विभाग ने 1020 लोगों का चयन कर लिया है। इनकी अंतिम चयन सूची भी जारी कर दी गई है। सूची में चुने गए आवेदकों को एंबुलेंस की खरीद पर 50 फीसद या अधिकतम दो लाख रुपये का अनुदान सीधे उनके खाते में भेज दिया जाएगा। सभी एंबुलेंस आक्सीजन युक्त तथा प्राथमिक चिकित्सा सुविधा के साथ होंगी।
मिलेगा रोजगार और चिकित्सा सुविधा
इस योजना के तह राज्य भर में 4500 लोगों ने आवेदन किया था। कोरोना काल में ग्रामीण इलाकों में एंबुलेंस की जरूरत को देखते हुए मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के अंतर्गत एंबुलेंस खरीद को शामिल करने की मंजूरी दी गई थी। इससे प्रखंडों में स्थानीय लोगों को रोजगार मिलने के साथ-साथ चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध हो पाएगी।
सात दिनों के अंदर मिलेगा अनुदान :
परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि एंबुलेंस खरीदने के बाद अनुदान के लिए आवेदन की प्रक्रिया सोमवार से ही शुरू कर दी गई है। आवेदन प्राप्ति के सात दिनों के अंदर अनुदान की राशि लाभुक के खाते में उपलब्ध करा दी जाएगी। इस योजना पर राज्य सरकार द्वारा अनुदान के रूप में लगभग 21 करोड़ रुपये खर्च का प्रविधान किया गया है।
हर प्रखंड में दो को मिलेगा लाभ :
परिवहन विभाग की मंत्री श्रीमती शीला कुमारी के अनुसार प्रत्येक प्रखंड में दो लाभार्थियों का इस योजना के तहत चयन किया गया है। इसमें एक अनुसूचित जाति से तथा एक अत्यंत पिछड़ा वर्ग के आवेदक होंगे।
अब तक 36 हजार को मिला रोजगार : मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत अब तक 36 हजार लोगों को वाहन उपलब्ध करवाया जा चुका है। वे सभी अपने अपने क्षेत्र में रोजगार के साथ-साथ लोगों को आवागमन की सुविधा भी उपलब्ध करा रहे हैं।