बिहार: अधिकारी के साथ मिलकर दारोगा ने चौकीदार को दिखायी थी वर्दी की हनक, हुआ सस्पेंड
बिहार में एक कृषि पदाधिकारी ने अपनी हनक दिखाते हुए एक चौकीदार को सरेआम बेइज्जत किया जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद घटना में शामिल एएसआइ को सस्पेंड कर दिया गया है।
अररिया, जेएनएन। लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी पर तैनात एक चौकीदार को जिला कृषि पदाधिकारी से यह पूछना भारी पड़ गया कि उसे गाली क्यों दी जा रही है। फिर क्या था, अफसरी हनक दिखाते हुए कृषि पदाधिकारी ने चौकीदार से कान पकड़कर उठक-बैठक भी कराई गई और अधिकारी के पैर छूकर उसे माफी भी मांगनी पड़ी।
वीडियो वायरल के बाद मचा हंगामा, एएसआइ निलंबित
इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही हंगामा खड़ा हो गया। मामला डीजीपी तक पहुंच गया। उन्होंने डीएम और एसपी से बात की। इसके बाद पूरे मामले की जांच का जिम्मा डीडीसी और एसडीपीओ को दिया गया। जांच में पता चला कि होमगार्ड के जवान को उठक-बैठक के समय एएसआइ गोविंद सिंह भी उपस्थित थे और वीडियो में चिल्लाते दिख रहे हैं। एएसआइ गोविंद सिंह को निलंबित कर दिया गया हैं।
कृषि पदाधिकारी पर भी होगी कार्रवाई
जहां तक कृषि पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई का सवाल हैं, कृषि विभाग ने विभागीय कारवाई शुरू की हैं और जिला अधिकारी भी जांच कर रहे हैं। आज शाम तक जांच की रिपोर्ट आ जाने के बाद उसके आधार पर उनपर भी कोई कारवाई होने की उम्मीद हैं।
चौकीदार को सरेआम किया गया जलील
वीडियो में यह दिख रहा है कि जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार चौकीदार गणेश ततमा को जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं। वह डरा हुआ है। मामले को रफा-दफा करने के लिए एएसआई गोविंद सिंह को चौकीदार को यह कहते सुना जा रहा है कि गलती हो गई है तो साहब से माफी मांग लो। वहां एएसआई भी है और चौकीदार उठक-बैठक कर रहा है।
डीजीपी ने खुद की चौकीदार से बात, दिया दिलासा
घटना अररिया जोकीहाट मार्ग के बेलवा पुल के समीप के चेकपोस्ट की है। डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने डीएम व एसपी से बात कर मामले की जांच का आदेश दिया। उन्होंने चौकीदार से भी बात की और पूरे प्रकरण पर अपनी ओर से खेद व्यक्त करते हुए कहा कि वह अपना मनोबल नहीं गिरने दे। ईमानदारी से ड्यूटी करता रहे।
चौकीदार ने बतायी ये बात
चौकीदार ने बताया कि सोमवार की दोपहर एक बजे के करीब एक बोलेरो पर पांच व्यक्ति बेलवा पुल के पास पहुंचे। उसमें से एक व्यक्ति ने कहा कि पहचान करो, किसने रोका था। इस बीच जब उन्होंने पूछा कि क्या बात है, किसको खोज रहे हैं तो वे भड़क गए। कहने लगे कि तुमको अंदर कर देंगे। मेरे आदमी को कैसे रोक लिया। वहीं उनके पदाधिकारी एएसआई गोविंद सिंह ने कहा कि जो साहब बोल रहे हैं सुनो। वहां मौजूद जो व्यक्ति गुस्से में अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे थे।
उन्होंने कहा, पचास बार कान पकड़ कर उठक बैठक करो। इसके बाद उन्हें कुछ नहीं सूझा तो उठक-बैठक करने लगे। उन्होंने पैर के पास हाथ रखकर मांफी मांग ली। बाद में पता चला कि वे कृषि पदाधिकारी थे। हालांकि, इस प्रकरण के पीछे का एक और पहलू भी चर्चा में है, पर इस बारे में कोई भी कुछ बोलने से परहेज कर रहा है। साथ ही यह भी कि कुछ भी हो, कान पकड़कर उठक-बैठक कराना कतई उचित नहीं ठहराया जा सकता है।
क्या है मामला
बेलवा होकर अररिया जा रहे एक कृषि सलाहकार को चौकीदार ने जांच के लिए रोक दिया। उसने हेलमेट भी नहीं पहन रखा था। कृषि सलाहकार ने वहां से निकलने के बाद कार्यालय पहुंचकर जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार को इसकी जानकारी दी। वे उस समय समाहरणालय वीडियो कांफ्रेंसिंग के लिए समाहरणालय आ गए थे, लेकिन वीडियो कांफ्रेसिंग रद होने पर बारह बजे अपने कार्यालय के चार अन्य कर्मियों के साथ बेलवा पहुंच गए।
उन्होंने वहां चौकीदार पर धौंस जमाई। माफी मांगने पर गुस्सा ठंडा हुआ। इस मामले में शाम पांच बजे तक जांच रिपोर्ट नहीं सौंपी गई थी। एसपी धूरत शायली ने कहा कि जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ही वे इस मामले में कुछ कह सकती हैं। पूरे प्रकरण से डीजीपी को अवगत करा दिया गया है। इस घटना पर कृषि पदाधिकारी का पक्ष लेने के लिए उन्हें फोन किया गया, पर उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।