IRIME को स्थानांतरित करने के सवाल पर बिहार सरकार सख्त, बचाव में आए सुशील मोदी
भारतीय रेलवे यांत्रिक एवं अभियंत्रण संस्थान (इरिमी) को जमालपुर से लखनऊ में शिफ्ट किए जाने की कवायद की सूचना के बाद बिहार में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है।
मुंगेर, जेएनएन। भारतीय रेलवे यांत्रिक एवं अभियंत्रण संस्थान (इरिमी) को जमालपुर से लखनऊ में शिफ्ट किए जाने की कवायद की सूचना के बाद बिहार में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। बिहार सरकार ने इस मुद्दे पर सख्त तेवर अख्तियार करते हुए कहा है कि इसे बिहार से कतई नहीं जाने देंगे, वहीं विपक्ष ने भी आंदोलन की चेतावनी दी है। गोरखपुर के महाप्रबंधक (यांत्रिक) द्वारा 27 अप्रैल को इरिमी, जमालपुर के निदेशक को एक पत्र भेजा गया है, जिसमें कहा गया है कि निर्माण कार्य के लिए मोहीबुल्लापुर रेलवे स्टेशन (लखनऊ जंक्शन-सीतापुर खंड) के पास जगह उपलब्ध है। इसे इरिमी को स्थानांतरित किए जाने के लिए अनुमोदन दे दिया गया है। इस पत्र के बाद से ही हंगामा खड़ा हो गया है। उधर, उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी बचाव में आ गए हैं और कहा कि इस तरह का कोई प्रस्ताव नहीं है।
मुख्यमंत्री ने रेल मंत्री को लिखा है पत्र
बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने रेल मंत्री पीयूष गोयल से इस मुद्दे पर तत्काल पहल का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी एक मई को गोयल को इस संबंध में पत्र लिखा है। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में रेल मंत्री रहे नीतीश कुमार का इस संस्थान से काफी लगाव रहा है। उन्होंने 2015 में इसे विश्वविद्यालय का दर्जा देने की मांग की थी। 1888 में स्थापित इस संस्थान ने कई बड़े अधिकारी दिए हैं। इनमें रेलवे बोर्ड के पूर्व चेयरमैन अश्विनी लोहानी भी हैं।
और बेहतर बनाने की कोशिश : मोदी
उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने इस प्रकरण पर कहा कि जमालपुर से इस संस्थान को दूसरे राज्य में स्थानांतरित किए जाने का कोई प्रस्ताव नहीं है, बल्कि रेल मंत्रालय इसे और बेहतर बनाने जा रहा है।
जमालपुर की पहचान है इरिमी
इरिमी जमालपुर की पहचान है, जिससे इस क्षेत्र के लोगों का भावनात्मक लगाव है। यह बिहार के लिए गौरव है। यह देश के उन पांच प्रशिक्षण संस्थानों में एक काफी पुराना है, जिसने कई रेलवे अधिकारी दिए हैं।
पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने भी ट्वीट कर इस पर आपत्ति जताई है।
अन्याय कर रही केंद्र सरकार : जयप्रकाश
राजद नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव ने कहा है कि केंद्र सरकार एशिया के प्रसिद्ध रेल कारखाना जमालपुर के साथ अन्याय कर रही है। रेल मंत्रालय एवं रेल महाप्रबंधक गोरखपुर ने 27 अप्रैल को निदेशक इरिमी जमालपुर को पत्र लिखा है। इसमें जमालपुर सेंट्रलाइज ट्रेनिंग इंस्टीट््यूट को स्थानांतरित करने की बात कही गई है। उन्होंने रेल मंत्री से इस पर रोक लगाने की मांग की है। इरिमी को स्थानांतरित किए जाने की कवायद 2014 में भी की गई थी, जिसका काफी विरोध हुआ था।
इधर, सपा जिलाध्यक्ष सह जमालपुर रेल कारखाना निर्माण इकाई संघर्ष मोर्चा के संयोजक पप्पू यादव ने कहा कि इरिमी के सवाल पर उत्पन्न गतिरोध को लेकर इरिमी के निदेशक व अन्य अधिकारी से बात करने के बाद भी उपापोह की स्थिति बनी हुई है। इस पर यहां की जनता चुप नहीं बैठेगी।