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बिहार के लोगों को एंबुलेंस के लिए अब नहीं करना होगा इंतजार, एक हफ्ते में दिखेगा सरकार की योजना का असर

Corona Vaccination in Bihar बिहार में कोरोना वैक्सीनेशन शुरू करने के पहले दुरुस्त होंगी सभी एंबुलेंस स्वास्थ्य विभाग ने आननफानन में मांगी एंबुलेंस के बारे में अद्यतन रिपोर्ट एक साथ छह से अधिक स्वास्थ्यकर्मी जुटे देरशाम तक भेजी गई रिपोर्ट

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Wed, 06 Jan 2021 06:20 AM (IST)Updated: Wed, 06 Jan 2021 06:20 AM (IST)
बिहार के लोगों को एंबुलेंस के लिए अब नहीं करना होगा इंतजार, एक हफ्ते में दिखेगा सरकार की योजना का असर
बिहार के हर अस्‍पताल में तैनात रहेगी एक एंबुलेंस। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण संवाददाता। देश और प्रदेश में 13 जनवरी के बाद कभी भी कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) शुरू हो सकता है। कोई चूक नहीं रह जाए, इसलिए स्वास्थ्य विभाग (health department) पुख्ता व्यवस्था कर रहा है। इमरजेंसी अप्रूवल (Emergency approval) के तहत लांच की गई दोनों देशी वैक्सीन को लेकर गरम चर्चाओं को देखते हुए सरकार कोई चूक की आशंका नहीं छोड़ना चाहती है। इसके लिए वैक्सीनेशन सेंटर सीधे एंबुलेंस और रेफरल अस्पताल के संपर्क में रहेंगे। यदि किसी वैक्सीन लाभुक में कोई दुष्प्रभाव दिखता है तो उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाने के लिए समुचित प्रबंध किए जा रहे हैं। यही कारण है कि स्वास्थ्य विभाग जिले की सभी सरकारी एंबुलेंस का भौतिक सत्यापन करा रहा है कि वे चलने के लायक हैं या नहीं। यदि उनमें कोई खराबी होगी तो उन्हें आनन-फानन में दुरुस्त कराया जाएगा। मंगलवार को ही सभी सरकारी एंबुलेंस की स्थितियों की जानकारी मांगी गई थी।  

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हर केंद्र पर एक एंबुलेंस की होगी व्यवस्था

सरकार के निर्देशानुसार हर टीकाकरण स्टेशन पर एक दिन में अधिकतम सौ लोगों का ही टीकाकरण किया जाना है। ऐसे में यदि किसी भी सेंटर पर किसी लाभुक को मानसिक या शारीरिक किसी प्रकार की समस्या होने पर उपचार के लिए निर्धारित अस्पताल तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस मुस्तैद रहेगी। राजधानी में चूंकि 35 हजार से अधिक लोगों को पहले चरण में कोरोना वैक्सीन देनी है, ऐसे में एक दिन में सभी को दवा देने के लिए 350 केंद्र बनाने होंगे। इसके विपरीत स्वास्थ्य विभाग कुछ बड़े व सरकारी अस्पतालों में हजार लोगों को वैक्सीन दिलाने की व्यवस्था कर रहा है। इसका एक बड़ा फायदा यह होगा कि किसी प्रकार का दुष्प्रभाव होने पर वहां हार्ट, न्यूरो और पल्मोनरी विशेषज्ञ भी मौजूद रहेंगे। एक से दो दिन में स्वास्थ्य विभाग सभी सेंटर को फाइनल कर वहां की तैयारियां पूरी कर लेगा। 
निजी एंबुलेंस को सरकारी नंबर से जोड़ने के बाद वे भी आएंगी काम 
सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार सड़क हादसे में घायलों को समय पर एंबुलेंस सुविधा मुहैया कराने के लिए निजी एंबुलेंस को सरकारी कॉमन इमरजेंसी नंबर से जोड़ने की तैयारी सरकार कर रही है। यदि ऐसा जल्द कर लिया गया तो एक्सीडेंट के अलावा जब बड़ी आबादी का टीकाकरण किया जाएगा, उस समय भी ये मददगार साबित होंगी। बताते चलें कि प्रदेश में करीब 35 हजार निजी एंबुलेंस हैं। यही कारण है कि सरकार प्राथमिकता के आधार पर निजी एंबुलेंस का डाटा बैंक तैयार कर रही है।

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