राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य को बिहार कैडर के सात नए आइपीएस अधिकारी मिले हैं। इनमें 2020 बैच के तीन और 2021 बैच के चार आइपीएस अधिकारी हैं।
सात में से पांच आइपीएस अधिकारियों के पास इंजीनियरिंग की डिग्री है। इन सभी पदाधिकारियों को 29 सप्ताह का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसके लिए जिले का आवंटन कर दिया गया है।
पुलिस मुख्यालय ने इससे जुड़ा निर्देश जारी कर दिया है।
सात नवनियुक्त आइपीएस अधिकारियों में 2020 बैच के शिखर चौधरी को सारण, अपराजिता को भागलपुर और वैभव चौधरी को पूर्वी चंपारण जिला आवंटित किया गया है।
वहीं, 2021 बैच की सोनाक्षी सिंह को पटना, भानु प्रताप सिंह को नालंदा, परिचय कुमार को मुंगेर, जबकि दीक्षा को सीतामढ़ी जिला आवंटित किया गया है।
जिलों में व्यावहारिक प्रशिक्षण के दौरान आइपीएस अधिकारी जिला पुलिस की कार्यप्रणाली की जानकारी लेंगे। इस दौरान वह व्यवहार न्यायालय, लोक अभियोजक एवं जिला पदाधिकारी के कार्यालयों से संबद्ध रहते हुए ऑन जॉब ट्रेनिंग प्राप्त करेंगे।
कुछ अवधि तक थानाध्यक्ष के रूप में भी आइपीएस अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
तीन आइपीएस ने आइआइटी से की पढ़ाई
सात में से पांच आइपीएस अधिकारियों के पास इंजीनियरिंग की डिग्री है। तीन तो आइआइटीयन हैं। इनमें से एक शिखर चौधरी मूल रूप से बिहार के ही रहने वाले हैं।
इन्होंने आइआइटी पटना से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। हरियाणा की अपराजिता ने आइआइटी मुंबई से केमिकल इंजीनियर से पढ़ाई की है।
राजस्थान के वैभव चौधरी ने जयपुर से मैटेरियल इंजीनियरिंग में डिग्री ली है। बिहार के ही परिचय कुमार ने सूचना विज्ञान में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री ली है।
इसके अलावा राजस्थान की दीक्षा ने आइआइटी दिल्ली से टेक्सटाइल इंजीनियर की पढ़ाई की है। इसके अलावा यूपी के गृह राज्य वाले भानु प्रताप सिंह ने भौतिकी, रसायन और गणित से बीएससी, जबकि हिंदी साहित्य से एमए किया है।
वहीं, सोनाक्षी सिंह ने जवाहर लाल विश्वविद्यालय (जेएनयू) से समाजशास्त्र में एमए किया है।