तेजस्वी का कटाक्ष-नीतीश जनता के नहीं, राजनीति से लें संन्यास
तेजस्वी यादव ने कहा है कि नीतीश कुमार बिहार की जनता के नहीं, अफसरों के सीएम हैं। तेजस्वी ने नीतीश कुमार से इस्तीफा देने की मांग की है।
पटना [राज्य ब्यूरो]। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार में अपराध, रिपोर्ट कार्ड एवं विकास यात्रा के मुद्दे पर राज्य सरकार पर करारा हमला किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विकास यात्रा पर कटाक्ष करते हुए तेजस्वी ने उन्हें संन्यास लेने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि पिछले चार महीने में विकास कहां हुआ है कि समीक्षा की जा रही है।
पटना में गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में तेजस्वी ने नीतीश कुमार को जनता का नहीं बल्कि अधिकारियों का मुख्यमंत्री करार दिया। विकास यात्रा पर सवाल उठाते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि योजनाओं की कैसी समीक्षा है, जिसमें डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी साथ नहीं हैं। मोदी के पास वित्त विभाग का भी प्रभार है।
कोषागार से कितने पैसे निकाले गए, कितना काम हुआ, कितना गोलमाल हुआ, यह कैसे पता करते होंगे। तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री की यह विकास यात्रा नहीं है। वह आमलोगों को झांसा दे रहे हैं कि बिहार में बहुत विकास हो गया है। तेजस्वी ने नीतीश पर इवेंट मैनेजमेंट के जरिए अपना चेहरा चमकाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सीएम को अपनी यात्राओं की समीक्षा करनी चाहिए। पिछली विकास यात्राओं में जिन-जिन योजनाओं का उन्होंने शिलान्यास एवं उद्घाटन किया है, वह किस हाल में हैं।
तेजस्वी ने रिपोर्ट कार्ड पर भी सरकार को घेरने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि महागठबंधन सरकार के बाद अगर बिहार सरकार ने कुछ काम किया है तो उसे जनता को बताने में क्या परेशानी आ रही है। अपराध के मुद्दे पर तेजस्वी ने कहा कि पिछले दो दिनों में 20 से ज्यादा हत्याएं हो गई हैं। अब तो इंजीनियर भी मारे जा रहे हैं। शराब की खुलेआम बिक्री हो रही है। छोटे कर्मचारियों पर कार्रवाई हो रही है, जबकि अधिकारियों को सीएम अपने साथ टूर करा रहे हैं।
चारा घोटाले मामले में 23 दिसंबर को लालू प्रसाद पर सुनवाई के बारे तेजस्वी ने कहा कि अभी फैसला आने दीजिए। शिक्षकों के समान काम के लिए समान वेतन के मसले को तेजस्वी ने समर्थन किया और कहा कि संविदा कर्मियों को भी स्थायी किया जाना चाहिए।