Bihar Chunav 2025: जहां PM मोदी ने की जनसभाएं, उन सीटों पर कैसा रहा परिणाम? यहां पढ़ें
Bihar Assembly Election 2025 news : बिहार चुनाव में एनडीए प्रचंड बहुमत की ओर अग्रसर है। चुनाव प्रचार के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कई बार बिहार आए। यहां जनसभाएं कीं, रोड शो किया, उन सीटों पर भारी जीत मिल रही है।

Bihar vidhan sabha chunav 2025 News Updates: पटना में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया रोड शो। जागरण आर्काइव
रमण शुक्ला, पटना। Bihar Vidhan Sabha Chunav latest News: बिहार के इतिहास में पहली बार भाजपा रिकार्ड बनाने की ओर अग्रसर है। प्रचंड जीत के पीछे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) की ताबड़तोड़ चुनावी जनसभाओं की अहम भूमिका रही।
सीधे तौर पर कहे तो बिहार में जहां-जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जनसभा हुई वहां-वहां भाजपा ही नहीं एनडीए प्रत्याशियों को प्रचंड जीत मिलती दिख रही है।
चुनाव घोषणा के उपरांत प्रधानमंत्री की 14 जिलों में जनसभा एवं एक सीटों पर पटना में रोड शो कर एनडीए प्रत्याशियों विजयी बनाने की अपील की थी।
PM ने युवाओं में भरा ऊर्जा
चुनाव के रण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभाएं एक बार फिर एनडीए के लिए निर्णायक साबित हुईं। जिन-जिन सीटों पर प्रधानमंत्री मोदी ने सभाएं कीं, वहां मतदाताओं का झुकाव स्पष्ट रूप से एनडीए के पक्ष में दिखाई पड़ा।
पीएम मोदी की रैलियों ने न केवल ऊर्जा भरी, बल्कि चुनावी नैरेटिव को भी पूरी तरह बदल दिया। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मोदी फैक्टर अंतिम चरण तक चुनावी हवा को एनडीए के पक्ष में मोड़ने में सफल रहा।
बिहार में प्रधानमंत्री के यात्रा कार्यक्रम के प्रभारी मृत्युजंय झा के अनुसार चुनावी मैदान में जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी की रैलियां शुरू हुईं, उन इलाकों में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गईं।
पीएम मोदी ने अपने भाषणों में विकास, सुशासन, राष्ट्रीय सुरक्षा और बिहार को आगे ले जाने की योजनाओं को प्रमुखता से रखा।
कांटे वाली सीटों पर बदला हवा का रुख
खासकर महिलाओं, युवा वोटरों और पहली बार मतदान करने वाली पीढ़ी के बीच मोदी का संदेश गहराई से असर करता दिखा।
कई सीटों पर जहां मुकाबला बेहद कांटे का माना जा रहा था, वहां प्रधानमंत्री की सभा के बाद माहौल पूरी तरह एनडीए के पक्ष में झुक गया।
एनडीए के रणनीतिकारों ने इस बार प्रधानमंत्री की सभाओं को उन सीटों पर केंद्रित किया, जहां या तो पिछली बार गठबंधन कमजोर रहा था, या फिर इस बार कड़ा मुकाबला था।
परिणामों से स्पष्ट है कि यह रणनीति बिल्कुल सटीक साबित हुई। जिन जनसभाओं में पीएम मोदी शामिल हुए, वहां मतदान प्रतिशत भी औसत से अधिक रहा, जो उनकी लोकप्रियता और प्रभाव का संकेत देता है।
ग्रामीण इलाकों से लेकर अति-शहरी निर्वाचन क्षेत्रों तक, मोदी की उपस्थिति एनडीए उम्मीदवारों के लिए ऊर्जा का स्रोत बनी।
मोदी फैक्टर से बदला समीकरण
कई जिलों में भाजपा-जदयू उम्मीदवारों ने माना कि प्रधानमंत्री मोदी की सभा ने अभियान में नई जान फूंक दी। कुछ क्षेत्रों में जहां जातीय समीकरणों के चलते विरोधियों को बढ़त मिलती दिख रही थी, वहां मोदी फैक्टर ने उन समीकरणों को बदलकर रख दिया।
विशेष रूप से सीमांचल, मगध,शाहाबाद एवं मिथिला के कई हिस्सों में पीएम की सभाओं की गूंज मतदान दिन तक कायम रही।
अंततः परिणामों ने यही सिद्ध किया कि जहां-जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा हुई, वहां-वहां एनडीए को न सिर्फ बढ़त मिली, बल्कि कई सीटों पर प्रचंड जीत दर्ज की गई।
राजनीतिक पंडितों का मानना है कि यह मोदी की लोकप्रियता, संगठन की रणनीति और एनडीए की जमीनी पकड़ का संयुक्त परिणाम है जो इस बार भी विजयी साबित हुआ।
कहां-कहां हुई मोदी की जनसभा
समस्तीपुर, बेगूसराय, मुजफ्फरपुर (मोतीपुर), छपरा, आरा, नवादा, सहरसा, कटिहार, अररिया, भागलपुर, भभुआ, औरंगाबाद, सीतामढ़ी एवं बेतिया के अतिरिक्त एक पटना में रोड शो किया।

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