Bihar Elections: धर्मेंद्र प्रधान बोले- यह चुनाव वंशवाद बनाम विकास की लड़ाई, कृतसंकल्पित है जनता
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बिहार चुनाव को विकास बनाम वंशवाद की लड़ाई बताया। उन्होंने राजग की जीत का दावा करते हुए कहा कि जनता सुशासन और रोजगार के मुद्दे पर डबल इंजन सरकार के साथ है। उन्होंने शिक्षा, रोजगार और एथेनॉल उत्पादन में सुधार की बात कही और विपक्ष के आरोपों को खारिज किया। राजग के संकल्प पत्र में एक करोड़ नौकरियां देने का वादा किया गया है।

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान। जागरण आर्काइव
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार भाजपा के चुनाव प्रभारी एवं केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की प्रचंड जीत को लेकर आश्वस्त हैं। प्रधान का स्पष्ट मानना है कि यह चुनाव विकास बनाम वंशवाद की लड़ाई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार विकास की रफ्तार पकड़ चुका है। जनता सुशासन, रोजगार एवं शिक्षा के मुद्दे पर डबल इंजन सरकार के साथ खड़ी है। प्रधान को भरोसा है कि हर वर्ग का आशीर्वाद राजग के साथ है। दैनिक जागरण बिहार के स्थानीय संपादक आलोक मिश्र एवं विशेष संवाददाता रमण शुक्ला ने प्रधान से विधानसभा चुनाव के राजनीतिक को लेकर विभिन्न विषयों पर लंबी बातचीत की। प्रस्तुत है प्रमुख अंश।
प्रश्न : विधानसभा चुनाव की लड़ाई को बतौर बिहार भाजपा के चुनाव प्रभारी किस रूप में देखते हुए हैं। भाजपा एवं राजग कहां खड़ा हैं।
-मैं नेतृत्व की ओर से सौंपे गए दायित्व निर्वहन में विश्वास करता हूं। यह चुनाव वंशवाद बनाम विकास की लड़ाई है। विकसित बिहार बनाने एवं जंगलराज की वापसी को रोकने के लिए जनता कृतसंकल्पित है।
प्रश्न : प्रशांत किशोर ने राजग के कई नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। क्या सच्चाई है? आरोप का खंडन करने में राजग के नेता बैकफुट पर दिखाई दिए।
-मेरी जानकारी में संजय जायसवाल, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी एवं अन्य नेताओं ने तथ्यों के साथ उत्तर दिया है। विपक्ष का काम आरोप लगाना है। जनता सब समझती है। कोई भी नई पार्टी जतना के बीच जगह बनाने के लिए हर उपक्रम करती है।
प्रश्न : छोटे अंतराल को छोड़ दें तो आपको 20 वर्ष से बिहार में भाजपा संगठन गढ़ने का अहम दायित्व अलग-अलग भूमिका संभालते देख रहे हैं। लोकसभा चुनाव के समय सम्राट चौधरी को बिहार भाजपा अध्यक्ष एवं उप मुख्यमंत्री बनाने के बावजूद कुशवाहा समाज ने भाजपा के प्रति भरोसा नहीं किया। इसके पीछे की वजह पार्टी तलाश पाई।
-देखिए मेरा काम नेतृत्व की ओर से सौंपे गए दायित्व के प्रति शतप्रतिशत पूरा करना है।राजनीति में विशेषकर चुनाव के दौरान कई फैक्टर काम करते हैं। भाजपा एवं राजग के प्रति कुछ मतदाता वर्ग को छोड़ दिया जाए तो मैं समझता हूं कि 80 प्रतिशत से अधिक लोगों को भरोसा है। मैं 2005 में भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर रहते हुए पहली बार पटना आया था। 2010 से बिहार का सह प्रभारी, प्रभारी एवं चुनाव प्रभारी रहा। संयोग ऐसा रहा कि बिहार से मैं राज्यसभा का सदस्य भी चुना गया। बिहार की राजनीति से ऐसा जुड़ाव हुआ कि वह क्रम आज भी विभिन्न दायित्व में प्रतिबद्धता के साथ बना हुआ है। सम्राट के अतिरिक्त भाजपा में कुशवाहा समाज के और कई वरिष्ठ नेता एवं कार्यकर्ता हैं, लेकिन राजद-कांग्रेस या अन्य विपक्षी दलों में ऐसा नहीं है। संयोग कहें या फिर कोई और कारण कि कुछ सीटों पर भाजपा पिछड़ गई। हमारा ध्यान तो सिर्फ काम करने पर है।
प्रश्न : बिहार के प्रतिभाशाली युवा आज भी उत्कृष्ट शिक्षा, रोजगार एवं कारोबार के लिए अन्य राज्यों में जाने को विवश हैं। ऐसा कब तक चलेगा? कोई योजना।
-मैं इस प्रश्न से सहमत नहीं हूं। 2010 के उपरांत बिहार में स्थितियां बदली है। हर क्षेत्र में अप्रत्याशित सुधार हुआ। देश के शिक्षा मंत्री होने के कारण मैं आंकड़ों के साथ बिहार के शिक्षा, चिकित्सा, रोजगार, कारोबार एवं नौकरी के क्षेत्र में सृजित हुए अवसर को विस्तार से गिनाता हूं। आप इसे जरूर प्रकाशित करिए। हां अगर किसी को बिहार से बड़ा अवसर अन्य राज्यों में मिलेगा तो वह जरूर अपने कारोबार के विस्तार एवं रोजगार के लिए बाहर जाएगा। प्रत्येक क्षेत्र का डाटा मेरे टिप्स पर है। पुरुषों की बात छोड़िए मिथिला की पांच सौ से अधिक महिलाएं एवं लड़कियां मखाना के क्षेत्र राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर पर बड़े टर्नओवर में कारोबार कर रहीं हैं। उद्यमिता के क्षेत्र में लाखों लोगों के लिए रोजगार सृजित हुआ है। इसी तरह अन्य क्षेत्र में बड़ी संख्या में नौकरियां सृजित हुई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर कौशल विकास के माध्यम से बिहार के युवाओं को विदेशों में नौकरियां मिल रही है।
प्रश्न :बिहार की 17 से अधिक एथेनाल बनाने वाली कंपनियां संकट से जूझ रही हैं। पेट्रोलियम कंपनियां उत्पादन की तुलना में 50 प्रतिशत भी एथेनाल नहीं खरीद रही हैं।
-ऐसा नहीं है। मेरी उपस्थिति में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने पेट्रोलियम मंत्रालय के अधिकारियों एवं तेल कंपनियों को बिहार में उत्पादन होने वाले शत प्रतिशत एथेनाल की खरीद सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है। देश के अन्य राज्यों की तुलना में बिहार का विकास डबल इंजन सरकार का सर्वोपरि लक्ष्य है।
प्रश्न : राजग का संकल्प पत्र विमोचन समारोह झटपट में निपटा दिया गया। विपक्ष के साथ जनता के मध्य तमाम प्रश्न खड़े हो रहे हैं। डेढ़ मिनट में कार्यक्रम समाप्त करने का कोई कारण?
-राजग के सभी शीर्ष नेताओं को चुनाव प्रचार के लिए अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र में जाना था। खराब मौसम एवं पूर्व निर्धारित कार्यक्रम को देखते हुए संकल्प पत्र जारी करने के उपरांत सभी नेता जनसभा को संबोधित करने के लिए प्रस्थान कर गए। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने संकल्प पत्र के एक-एक बिंदु की विस्तार से जानकारी दी। विपक्ष में इसे लेकर भ्रम हो सकता है। जनता के बीच कोई संशय नहीं है। मतदाता राजग के साथ है। विकसित बिहार बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लोगों को भरोसा है। ऐसे में संकल्प पत्र विमोचन समारोह को झटपट निपटाने की बात बेबुनियाद है। यह चुनाव विकास बनाम वंशवाद की लड़ाई है। बिहार विकास की रफ्तार पकड़ चुका है। जनता सुशासन, रोजगार एवं शिक्षा के मुद्दे पर डबल इंजन सरकार के साथ खड़ी है। हर वर्ग का आशीर्वाद राजग के साथ है।
प्रश्न : राजग के संकल्प पत्र में अगले पांच वर्ष में एक करोड़ नौकरियां एवं रोजगार देने की घोषणा की गई है। कहीं ऐसा तो नहीं कि एक करोड़ जीविका दीदियों को करोड़पति बनाने में यह सम्मिलित है।
-संकल्प पत्र में बिल्कुल स्पष्ट लिखा है। सरकार बनने पर एक करोड़ से अधिक सरकारी नौकरी व रोजगार दिए जाएंगे। रोजगार के लिए महिलाओं को दो लाख रुपये तक सहायता दी जाएगी। हर जिले में फैक्ट्री और राज्य में 10 नए औद्योगिक पार्क बनेंगे। 100 एमएसएमइ पार्क और 50 हजार से अधिक कुटीर उद्यम लगाए जाएंगे। कौशल जनगणना करवा कर कौशल आधारित रोजगार देने एवं हर जिले में मेगा स्किल सेंटर से बिहार को ग्लोबल स्किलिंग सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा। विकसित बिहार औद्योगिक मिशन के अंतर्गत एक लाख करोड़ के निवेश से औद्योगिक क्रांति लाने व विकसित बिहार इंडट्रियल डेवलमेंट मास्टर प्लान बनाने की योजना है। यह औद्योगिकीकरण व नौकरियों की नींव रखेगा। प्रत्येक जिले में अत्याधुनिक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट व 10 नए औद्योगिक पार्क विकसित करने का खाका तैयार किया गया है। अगले पांच वर्षों में बिहार में न्यू-ऐज इकोनामी का निर्माण करेंगे, जिसके अंतर्गत बिहार को एक वैश्विक बैक-एंड हब और ग्लोबल वर्कप्लेस के रूप में स्थापित करेंगे। 50 लाख करोड़ रुपये का निवेश की योजना है।
प्रश्न : बिहार की शिक्षा व्यवस्था में सुधार एवं प्रवासन रोकने को लेकर कोई ठोस पहल या योजना पर डबल इंजन सरकार काम नहीं कर रही है।
-मिथिला मेगा टेक्सटाइल एवं डिजाइन पार्क व अंग मेगा सिल्क पार्क से बिहार को दक्षिण एशिया का टेक्सटाइल एवं सिल्क हब बनाने की योजना तैयार की जा रही है। डिफेंस कारिडोर, सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग पार्क, ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स, मेगा टेक सिटी व फिनटेक सिटी की स्थापना की पहल की जा रही है। एजुकेशन सिटी की स्थापना करेंगे। 5,000 करोड़ रुपये से प्रमुख जिला स्कूलों का कायाकल्प करेंगे। बिहार को देश का एआइ हब के रूप में विकसित करने के लिए सेंटर्स आफ एक्सीलेंस स्थापित
की योजना पर काम कर रहे हैं।
प्रश्न: केंद्रीय शिक्षा मंत्री के नाते नीट एवं अन्य राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा में पेपर लीक रोकने को लेकर फुलप्रूफ योजना
-राष्ट्रीय स्तर पर इस दिशा में व्यापक सुधार के लिए उत्कृष्ट प्रणाली विकसित करने का प्रबंध सुनिश्चित किया गया है। बिहार की अधिकारियों की इसमें अहम भूमिका रही है। आने वाले दिनों इसके अच्छे परिणाम मिलने की संभावना है।

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