राज्य ब्यूरो, पटना । बिहार में बुधवार को एक दिन में डेंगू के सर्वाधिक 538 नए मामले सामने आए हैं। सर्वाधिक मामले पटना जिले में मिले हैं। पटना में बुधवार को 397 नए केस की पहचान की गई। इसके अलावा मुंगेर में 87 नए केस मिले हैं। इधर डेंगू के बढ़ते मामलों के बीच बुधवार को चार अधिकारियों की केंद्रीय टीम पटना पहुंची। टीम में डा. रविशंकर सिंह, डा. सजीब गोगोई, डा. नीरज कुमार और ललथाजुलाई हैं। इस टीम ने आइजीआइएमएस में डेंगू वार्ड का निरीक्षण किया और स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक भी की। टीम का गया जाने का भी कार्यक्रम है।
पटना में मिले 397 नए डेंगू पाजिटिव
स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को जारी रिपोर्ट में बताया कि प्रदेश में डेंगू के मामले बढ़े हैं। बुधवार को पटना में 397, मुंगेर में 87, नवादा में 11, गया में नौ, रोहतास में सात, वैशाली में छह, सिवान, नालंदा, समस्तीपुर, भोजपुर और औरंगाबाद में दो-दो नए मामले सामने आए हैं। इनके अलावा बेगूसराय, बक्सर, दरभंगा, पू. चंपारण, लखीसराय, मधेपुरा, मधुबनी व सहरसा में एक-एक डेंगू मरीज मिले हैं।
केंद्रीय टीम पटना पहुंची
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि बुधवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के चार अधिकारियों की टीम पटना आई है। यह टीम दो दिनों तक पटना में रहेगी। आज टीम ने स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों के साथ डेंगू के मामलों की समीक्षा की है। इसके बाद टीम ने इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान जाकर डेंगू वार्ड का निरीक्षण भी किया। इस टीम का गया जाने का भी कार्यक्रम है।
पटना में खतरनाक होता जा रहा डेंगू
पटना में डेंगू के मंगलवार को डेंगू की वजह से रेल डीआइजी राजीव रंजन के बाडीगार्ड की मौत हो गई थी। रेल डीआइजी राजीव रंजन के अंगरक्षक 35 वर्षीय रंजीत कुमार तेज बुखार आने के बाद घर के नजदीक स्थित सगुना मोड़ स्थित एक छोटे अस्पताल में इलाज करा रहे थे। लेकिन हालत बिगड़ने के बाद उन्हें शुक्रवार को रूबन मेमोरियल अस्पताल रेफर किया गया था। लेकिन शुरुआती दौर में डेंगू का उचित प्रबंधन नहीं होने से रंजीत कुमार के कई अंगों ने सेप्टीसीमिया व शाक सिंड्रोम के कारण काम करना बंद कर दिया था।