Bihar Crime: उत्तर प्रदेश के दारोगा को पटना में पीटा, सिर फोड़ा; जर्मन शेफर्ड कुत्ते से भी नोंचवाया
Patna Crime News पटना के फुलवारी शरीफ थाना इलाके में चोरी के मामले में आरोपित को पकड़ने आई यूपी पुलिस के एक दारोगा की बुरी तरह पीटा गया। आरोपित के परिजनों में दारोगा की सिर फोड़ दिया उसके बाद उसपर कुत्ते को छोड़ दिया।
संवाद सूत्र,फुलवारी शरीफ(पटना)। पटना के फुलवारी शरीफ के गोपाल नगर से चोरी के एक आरोपित को गिरफ्तार करने पहुंचे उत्तरप्रदेश के कानपुर सेंट्रल जीआरपी थाना के दारोगा अब्बास हैदर को आरोपित व उसके स्वजन ने घर में बंद कर पिटाई कर दी। इतना ही नहीं दारोगा को पालतू कुत्ते से नोचवा दिया। जानकारी मिलने पर पहुंची फुलवारीशरीफ थाने की पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद दारोगा को आरोपित के कब्जे से मुक्त करा अस्पताल में भर्ती कराया। मौके से आरोपित संजय अग्रवाल उर्फ संजय गुप्ता, उसकी पत्नी, उसके पुत्र को गिरफ्तार कर लिया गया। जख्मी दारोगा के बयान पर फुलवारीशरीफ थाने में आरोपितों पर अलग से पुलिस पर हमले व मारपीट का मामला दर्ज किया गया है। घटना बुधवार की दोपहर बाद लगभग तीन बजे की है।
घायल दारोगा अब्बास हैदर ने बताया कि कानपुर सेंट्रल जीआरपी थाना में दर्ज चोरी के मामले में आरोपित संजय की गिरफ्तारी का वारंट लेकर वह तीन पुलिसकर्मियों के साथ फुलवारीशरीफ के गोपाल नगर पहुंचे थे। वह अपने घर में ही मौजूद था, उसे पकड़ लिया था। इसी बीच उसकी पत्नी, पुत्र समेत आठ-दस लोगों ने हमला बोल दिया और कमरा बंद कर पीटने लगे। साथ रहे तीन पुलिसकर्मी बाहर ही रह गए। फुलवारीशरीफ थानाध्यक्ष इकरार अहमद ने बताया कि बदमाशों ने अब्बास का सिर फोड़ दिया है।
क्या था मामला
दो माह पूर्व भोजपुर निवासी दिल्ली की बड़ी कंपनी के अधिकारी मुकेश कुमार पांडेय अपनी ससुराल आरा में रिश्तेदार के विवाह में शामिल होकर पत्नी और बच्चों के साथ मगध एक्सप्रेस ट्रेन से दिल्ली लौट रहे थे। रास्ते में उनके बैग से 12 लाख के आभूषण चोरी हो गए। उन्होंने कानपुर स्टेशन पर जीआरपी में प्राथमिकी कराई थी। छानबीन में पता चला कि इस चोरी में संजय गुप्ता और उसका गिरोह शामिल है। सीसीटीवी फुटेज में भी संजय दिखा। कानपुर जीआरपी ने इस मामले में पहले पटना के दानापुर प्रखंड के नासरीगंज के मिथिला कालोनी निवासी सुनील गुप्ता को गिरफ्तार किया। उसकी निशानदेही पर कानपुर जीआरपी पुलिस संजय का गिरफ्तारी वारंट लेकरगोपालनगर पहुंची थी। संजय ने मगध एक्सप्रेस की एसी-टू बोगी में अपने भाई के पते पर टिकट बुक कराया था। मोबाइल नंबर फर्जी था।