Bihar Crime: सप्तमी के दिन 'सात मिनट' से बची पटना के बिल्डर की जान, छपरा के व्यवसायी को भारी पड़ी अष्टमी
पटना में शारदीय नवरात्र की सप्तमी के दिन एक बिल्डर की जान केवल सात मिनट के फासले से बच गई। दूसरी तरफ अष्टमी की रात छपरा में एक युवा व्यवसायी की हत्या कर दी गई। पटना के कंकड़बाग में बिल्डर की तय थी हत्या
पटना/छपरा, जागरण टीम। दुर्गा पूजा मेले की धूम के बीच पटना के एक बिल्डर की जान तो बाल-बाल बच गई, लेकिन छपरा के व्यवसायी के साथ अनहोनी हो ही गई। पटना में बिल्डर की किस्मत ने साथ दिया और इससे पहले की उस पर गोली चलती, शूटरों को पुलिस ने पकड़ लिया। लेकिन, छपरा में पुलिस को व्यवसायी की हत्या हो जाने के बाद इसकी खबर लगी।
शाम के पांच बजे होना था मर्डर
कंकड़बाग थाना क्षेत्र के ए सेक्टर हाउसिंग बोर्ड यशोदा देवी पथ में बिल्डर प्रेम प्रकाश की हत्या रविवार की शाम पांच बजे तय थी। आपको बता दें कि इसी दिन शारदीय नवरात्र की सप्तमी तिथि थी और पंडालों में दुर्गा प्रतिमाओं के पट खुल रहे थे। शूटर धर्मेंद्र और उज्ज्वल पिस्टल काक कर बिल्डर के आने का इंतजार कर रहे थे। तभी नवरात्र की सप्तमी पर होने वाली भीड़ के मद्देनजर गश्त कर रही दारोगा निशा कुमारी की नजर दोनों पर पड़ गई।
पिस्टल और कट्टा बरामद
इसके बाद दारोगा ने जवानों के सहयोग से शूटरों को दबोच लिया। उनकी निशानदेही पर हत्या की साजिश रचने वाले रविशंकर और गौतम को भी गिरफ्तार किया गया। शूटरों के पास से 7.65 बोर की पिस्टल और उसकी नौ गोलियां एवं कट्टा व 0.315 बोर के चार कारतूस, बाइक और पांच मोबाइल जब्त किए गए। इसकी जानकारी सोमवार को एसएसपी डा. मानवजीत सिंह ढिल्लों ने दी।
50 लाख वापस लेने के लिए बना रहे थे दबाव
बिल्डर प्रेम प्रकाश और आरोपित रविशंकर और गौतम झा साथ काम करते थे। उनके बीच अच्छी दोस्ती थी। करीब दो साल पहले दोनों आरोपितों ने बिल्डर से 50 लाख रुपये में एक जमीन का सौदा कराया था, लेकिन अब तक उस पर मालिकाना हक नहीं दिला पाए। इसको लेकर बिल्डर रुपये वापस करने का दबाव बना रहे थे।
सवा लाख में हत्या की सुपारी
तब दोनों आरोपितों ने धर्मेंद्र को सवा लाख रुपये में बिल्डर की हत्या की सुपारी दे दी। पेशगी के तौर पर 50 हजार रुपये धर्मेंद्र और उज्ज्वल को मिले थे। हत्या करने के बाद उन्हें 75 हजार रुपये और दिए जाते। रविशंकर पत्रकार नगर के काली मंदिर रोड और गौतम एफ-123 पीसी कालोनी का रहने वाला है।
गिरफ्तारी के सात मिनट बाद गुजरे थे बिल्डर
चारों आरोपितों को दबोचने के बाद बिल्डर को पुलिस ने पूछताछ के लिए कंकड़बाग थाने पर बुलाया था। अपनी हत्या की साजिश की बात सुनकर वे भौंचक रह गए। छानबीन में पता चला कि शूटरों की गिरफ्तारी के सात मिनट बाद ही बिल्डर निर्माणाधीन यशोदा अपार्टमेंट से निकले थे। गिरफ्तार धर्मेंद्र रामपुर संपतचक का रहने वाला है। वह पूर्व में भी जेल जा चुका है। जेल से छूटने के बाद धनुकी मोड़ के पास किराये पर रह रहा था। वहीं, उज्ज्वल बाईपास थाना क्षेत्र के बाहरी बेगमपुर का निवासी है।
अष्टमी की रात योगेंद्र पर पड़ी भारी
इधर, सारण जिले के छपरा नगर थाना क्षेत्र के साहेबगंज सोनार पट्टी चौक के समीप युवा व्यवसायी की हत्या हो गई है। साहेबगंज बुटन बाडी निवासी कृष्णा प्रसाद सोनी के 22 वर्षीय पुत्र योगेंद्र सोनी को सोमवार की शाम किसी ने फोन कर बुलाया था। बाद में पुलिस ने परिवार को व्यवसायी की हत्या की जानकारी दी।