Bihar Crime News: औरंगाबाद में कुख्यात नक्सली टाइगर पर अपराधियों ने बरसाईं ताबड़तोड़ गोलियां, मौत
औरंगाबाद में नक्सली टाइगर व उसके गांव के कुछ लोग एक कार में सवार होकर अपने गांव लौट रहे थे। तभी अपराधियों ने उसकी कार पर अंधाधुंध गोलियां बरसा दीं। वह हत्या मामले में जेल जा चुका था। उसके घर से एके 47 भी बरामद किया गया था।
औरंगाबाद, जेएनएन : चुनाव को लेकर जीटी रोड पर तैनात पुलिस के तमाम सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती देते हुए कार पर सवार सशस्त्र अपराधियों ने शनिवार को बारुण थाना क्षेत्र के जीटी रोड रिलायंस पेट्रोल पंप के पास कार पर सवार कुख्यात नक्सली जीतेंद्र सिंह उर्फ टाइगर की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद अपराधी भागने में सफल रहे। मृतक ओबरा थाना के चपरी गांव का निवासी था। हथियार से लैश अपराधियों ने जितेंद्र की कार पर अंधाधुंध फायरिंग की। फायरिंग में कार में सवार जितेंद्र के गांव के ही सेवानिवृत शिक्षक देवनंदन सिंह को भी गोली लगी है। घायल देवनंदन का इलाज अस्पताल में किया जा रहा है। जबकि कार में सवार जितेंद्र के गांव के ही अशोक सिंह एवं श्रीनिवास सिंह ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई।
मृतक के घर से एके-47 भी किया गया था बरामद
घटना की सूचना पर घटनास्थल पर पुलिस पहुंची और मृतक का शव कब्जे में लेकर थाना पहुंची। एसडीपीओ अनूप कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे और जख्मी से घटना के बारे में पूछताछ कर उन्होंने पूरे मामले की तहकीकात की। उसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल नहीं भेजा। पुलिस ने पूरे मामले को कई घंटे तक गोपनीय रखा। मृतक एवं घायल के स्वजनों को भी थाना की पुलिस कोई जानकारी देने से कतराती रही। एसपी सुधीर पोरिका ने बताया कि मृतक पर कई नक्सली मामले दर्ज हैं। हत्या के मामले में जेल भी भेजा गया था। उसके घर से पुलिस ने एके-47 भी बरामद किया था। बताया कि पूरे मामले की तहकीकात की जा रही है।
अपराधियों ने कार को ओवरटेक कर अंधाधुंध बरसाईं गोलियां
बताया जाता है कि टाईगर व उसके गांव के कुछ लोग डेहरी में श्राद्धकर्म से होकर अपने गांव कार से लौट रहे थे। जैसे ही रिलायंस पेट्रोल पंप के पास पहुंची , पहले से घात लगाकर जीटी रोड पर जितेंद्र की कार का इंतजार कर रहे बाइक सवार सशस्त्र अपराधियों ने कार को ओवरटेक किया और कार जैसे ही धीमा हुआ की कार में सवार सशस्त्र अपराधियों ने जितेंद्र की कार पर गोलियां बरसाना शुरु कर दिया। जितेंद्र को जैसे ही गोली लगी कार में ही उसकी मौत हो गई।
आसपास के गांवों तक सुनी गई अंधाधुंध फायरिंग की आवाज
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार अंधाधुंध फायरिंग की आवाज आसपास के गांवों तक सुनी गई। घंटो देर बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने हथियार और कारतूस की आशंका से कार की भी तलाशी ली पर कोई भी हथियार या कारतूस बरामद नहीं हो सका है। फिलहाल पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर तहकीकात कर रही है।