Bihar Crime: रेलवे में नहीं मिली नौकरी तो विक्षिप्त हो गया पति, पत्नी को कुल्हाड़ी से काट पहुंच गया थाना
पति ने अपने सोई पत्नी की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी और थाने पहुंचकर आत्मसमर्पण भी कर दिया। आरोपित पति रेलवे में नौकरी न मिलने से विक्षिप्त हो गया था। अनाज दूसरे को देने के विवाद में उसने ये कदम उठाया।
वैशाली, जेएनएन। गोरौल थाने के लोदीपुर गांव में शनिवार को एक पति ने अपने सोई पत्नी की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी और थाना पहुंचकर आत्मसमर्पण भी कर दिया। बताया गया है कि मृतका 45 वर्षीय रेणु देवी घर में खाना खाने के बाद सोई हुई थी। इसी बीच उसका पति अरुण राय ने कुल्हाड़ी से उसके सिर सहित शरीर पर कई जगहों पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। हमले से लहूलुहान रेणु देवी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। गांव के लोग पति अरुण राय को विक्षिप्त बता रहे हैं। हालांकि उसने गोरौल थाने पर पहुंच कर सेरेंडर कर दिया है। घटना की सूचना पर गोरौल थाने से एसआइ संजय कुमार ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल हाजीपुर भेजा। थानाध्यक्ष ने बताया कि आरोपित पति अरुण राय को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
राशन का चावल देने से खफा था पति
ग्रामीणों का कहना है कि शुक्रवार को मृतका डीलर के पास से राशन का उठाव किया था। राशन के घटिया होने के कारण रेणु देवी ने चावल किसी दूसरे को दे दिया था। इसी बात को लेकर उसका पति अरुण राय खफा था। बताते हैं कि मृतका की पुत्री अर्चना सिलाई सीखने के लिए घर के ही बगल में चली गई, और रेणु देवी सोई हुई थी। इसी दौरान मौका मिलते ही अरुण राय ने अपनी पत्नी पर कुल्हाड़ी से वार कर हत्या कर दी।
बीस साल पहले मिलने वाली थी नौकरी
ग्रामीणों के अनुसार लगभग 20 वर्ष पहले अरुण राय की नौकरी रेलवे में लगने वाली थी। अत्यंत खुशी के कारण ही उसकी दिमागी हालत गड़बड हो गयी। दिमागी असंतुलन के कारण उसे नौकरी भी नहीं मिली। उसी समय से वह विक्षिप्त हालत में चल रहा है। लोगों का कहना है कि इसके पहले भी दर्जनों बार पत्नी के साथ मारपीट की थी। इसके बावजूद उसकी पत्नी ने कभी भी अपना मुंह नहीं खोला। मृतका को दो पुत्र एवं दो पुत्रियां हैं। पुत्री की शादी की बात भी चल रही थी, इसी बीच यह घटना हो गई। मृतका का मायके हाजीपुर सदर थाने के सुभई गांव है। उसके स्वजन घटना की सूचना पर लोदीपुर पहुंचे। मृतका की पुत्री अर्चना, सोनी, पुत्र राजीव एवं शिवम अपनी मां के शव से लिपट रो-रोकर बेजार हो रहे थे। गांव और आसपास का हर कोई इस निर्मम हत्या की घटना से काफी मर्माहत है।