Bihar Crime: गोपालगंज में कुख्यात सुरेश यादव को सुबह-सुबह गोली मारी, गंभीर हालत में गोरखपुर रेफर
Bihar Crime घर के बाहर टहल रहे कुख्यात सुरेश यादव को अपराधियों ने गोली मार दी। हत्या सहित अपराध के दर्जनों मामले हैं दर्ज। जेल से बाहर आने के बाद खुद को राजद नेता बताता रहा था।
पटना, जेनएनए। नगर थाना क्षेत्र के कुकुरभुक्का गांव में बाइक सवार एक अपराधी ने अपने घर के बाहर बैठ कर किसी से मोबाइल पर बात कर रहे कुख्यात सुरेश यादव को गोली मार दी। दो गोली सीने तथा एक गोली पीठ में लगने से सुरेश दरवाजे पर ही गिर पड़ा।
इस बीच गोली की आवाज सुनकर जुटे ग्रामीणों ने भाग रहे अपराधी का पीछा किया। उस पर पथराव किया। लेकिन अपराधी फरार हो गया। इसके बाद स्वजनों ने ग्रामीणों के सहयोग से सुरेश को सदर अस्पताल में भर्ती कराया। हालत नाजुक देख चिकित्सकों ने गोरखपुर रेफर कर दिया। सीने में गोली फंसी होने के कारण वहां से भी लखनऊ रेफर कर दिया।
घर के बाहर बैठे थे सुरेश
बताया जाता है कि सुरेश यादव गुरुवार की सुबह करीब सात बजे अपने घर के बाहर कुर्सी पर बैठ कर फोन पर किसी से बात कर रहा था। इसी बीच पल्सर बाइक पर सवार होकर एक युवक पहुंचा। सड़क किनारे बाइक खड़ी कर दी। सुरेश यादव की नजर पड़ी तो उस युवक ने प्रणाम किया और पास चला गया। इसके बाद जब तक कोई अगली बात होती, बाइक से पहुंचे युवक ने पिस्टल निकाली और फायरिंग करने लगा। दो गोली सीने में लगने के बाद सुरेश यादव घर के अंदर भागने लगा। तभी हमलावर युवक ने पीठ में एक गोली मार दी। इससे कुख्यात जमीन पर गिर पड़ा। गोली की आवाज सुनकर लोग दौड़े हुए पहुंचे। गोली मारने के बाद बाइक स्टार्ट कर भाग रहे हमलावर पर पथराव करना शुरू कर दिया लेकिन वह फायरिंग कर भाग निकला।
सदर अस्पताल से गोरखपुर किया रेफर
इसके बाद स्वजन ग्रामीणों के सहयोग से गंभीर रूप से घायल सुरेश यादव को सदर अस्पताल ले गए। वहां गंभीर हालत देख चिकित्सकों ने गोरखपुर रेफर कर दिया। गोरखपुर में भी सीने में दो गोली फंसी होने को देखते हुए चिकित्सकों ने लखनऊ रेफर कर दिया। इस वारदात की सूचना मिलने पर घटनास्थल पर सदर एसडीपीओ नरेश पासवान, नगर इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार, जादोपुर थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार सिंह सहित कई थाना की पुलिस पहुंच गई। पुलिस अपराधी की धर पकड़ के लिए छापेमारी अभियान चला रही है।
कई संगीन मामले दर्ज हैं सुरेश यादव पर
कुख्यात सुरेश यादव पर हजियापुर निवासी गिरीश सिंह हत्याकांड, सासामुसा निवासी मुन्ना सिंह हत्याकांड, माडऩपुर निवासी बलराम ङ्क्षसह हत्याकांड सहित एक दर्जन मामले दर्ज हैं। कुछ मामलों में बरी हो चुका है। तीन साल पहले यह जेल से जमानत पर रिहा हुआ। तब से कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं हुआ है।