Bihar Crime: शीशम की लकड़ी के नाम पर बेगूसराय के फर्नीचर व्यवसायी ने 6.75 लाख गंवाया, अब पीट रहा माथा
बेगूसराय के विष्णुपर वार्ड नंबर-37 निवासी एक फर्नीचर व्यवसायी से शीशम की लकड़ी देने के नाम पर पौने सात लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। ठगी करने वाले ने खुद को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी का व्यवसायी बताकर सौदा तय किया था।
बेगूसराय, जागरण संवाददाता। बेगूसराय के विष्णुपर वार्ड नंबर-37 निवासी एक फर्नीचर व्यवसायी से शीशम की लकड़ी देने के नाम पर पौने सात लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। ठगी करने वाले ने खुद को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी का व्यवसायी बताकर सौदा तय किया था। तीन किस्तों में 6.75 लाख रुपये का भुगतान कराने के बाद उसने मोबाइल फोन रिसीव करना छोड़ दिया। व्यवसायी राकेश कुमार रौशन ने नगर थाना में इस आशय की प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की गुहार लगाई है। पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गई है।
इस तरह ठगे गए, अब माथा पीट रहे
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी निवासी अतुल कुमार सिंह ने पांच मई को बेगूसराय आकर शीशम की लकड़ी के सौदे के लिए बात की और उचित मूल्य पर लकड़ी देने की पेशकश की। दोनों पक्षों में बातचीत के दौरान 637 सीएफटी लकड़ी का सौदा सात लाख 32 हजार में तय हुआ। तीन लाख रुपये नकद भुगतान कर आर्डर कर दिया गया। इस दौरान लकड़ी भेजे जाने की बात कहते हुए जीएसटी नंबर, ई-बिल, वन विभाग, बाजार समिति व ट्रांसपोर्ट के कागजात मोबाइल पर भेज कर विश्वास में ले लिया। दोनों के बीच हुई बातचीत के आधार पर 20 मई को दो लाख 50 हजार 750 रुपये अतुल कुमार सिंह के यूनियन बैंक के खाते में जमा कराए गए। 22 मई को उत्तर प्रदेश के बस्ती में सेल टैक्स अधिकारियों द्वारा लकड़ी लदा वाहन पकडऩे व जब्त किए जाने की बात कहते हुए हारूण रशीद के खाते में 50 हजार रुपये का और भुगतान करा लिया गया। 28 मई के बाद उसने लकड़ी व्यवसायी का फोन उठाना बंद कर दिया। शक होने पर बैंक खाते की पड़ताल कराई गई तो खाता पंजाब का निकला। खाते से संबद्ध फोन लगातार बंद है। इस संबंध में नगर थानाध्यक्ष अभय शंकर ने बताया कि मामले की पड़ताल की जा रही है।