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Bihar Crime: बक्सर में गोली से घायल युवक की तीन साल बाद हुई मौत, चार्जशीट दाखिल करने से पेच में फंसी पुलिस, जानिए मामला

तीन साल पहले एक युवक को अपराधियों ने घर से बुलाकर गोली मार दी और गंभीर रूप से घायल कर दिया था। अनुसंधान पूरा करने के बाद पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट जमा कर दिया था।

By Bihar News NetworkEdited By: Published: Sat, 19 Sep 2020 09:58 PM (IST)Updated: Sat, 19 Sep 2020 09:58 PM (IST)
Bihar Crime: बक्सर में गोली से घायल युवक की तीन साल बाद हुई मौत, चार्जशीट दाखिल करने से पेच में फंसी पुलिस, जानिए मामला

बक्सर, जेएनएन: तीन वर्ष पूर्व गोली लगने से जख्मी युवक धनजी यादव की शनिवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। मौत के बाद स्वजन शनिवार को शव लेकर ब्रह्मपुर थाना पर पहुंचे और तीन साल पूर्व मारी गई गोली से घायल युवक की मौत होने का दावा करने के बाद पुलिस पेच में फंस गई है। इस मामले में पुलिस काफी पहले ही चार्ज शीट कोर्ट में जमा कर चुकी थी। अब उसी घटना में मौत हो जाने के बाद पुलिस को समझ नहीं आ रहा कि क्या किया जाए।

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तीन साल पहले घर से बुलाकर अपराधियों ने गोली मारकर युवक को कर दिया था गंभीर 

घटना तीन साल पहले 20 अगस्त 2017 की है। तब रामगढ़ गांव निवासी इंद्रदेव यादव के पुत्र धनजी यादव को अपराधियों ने घर से बुलाने के बाद गांव के बाहर गोली मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। गोली की आवाज सुनते ही ग्रामीण मौके पर पहुंच गए थे उनको देखते ही अपराधी घटनास्थल पर ही अपनी बाइक छोड़कर भागने में सफल हो गए थे। तब घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने बक्सर आरा रोड को घंटों जाम कर दिया था।

चार्जशीट जमा करने के बावजूद फरार अपराधियों को गिरफ्तार करने में पुलिस को नहीं मिली सफलता

घटना में रामगढ़ के सोनू यादव तथा आरा के सतीश कुमार और अप्पी कुमार के विरुद्ध थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। जिसमे पुलिस ने तत्काल सोनू को गिरफ्तार कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी। अनुसंधान पूरा करने के बाद पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट भी काफी पहले ही जमा कर दिया था। बावजूद इसके तीन साल बाद भी फरार अपराधियों को गिरफ्तार करने में पुलिस सफल नहीं हो सकी।

अभियुक्तों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे स्वजन

 मृतक के पिता इंद्रदेव यादव ने बताया कि घायल धनजी को इलाज करने के लिए पीएमसीएच में भर्ती कराया गया था। गोली उसके गर्दन के स्पाइनल कॉर्ड में फंसी थी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे दिल्ली एम्स में रेफर कर दिया था। पिता का कहना है कि घायल युवक का वहीं इलाज चल रहा था। एम्स में ऑपरेशन कर गोली निकालने के बाद भी उसकी सेहत में सुधार नहीं आया, और 3 साल बाद उसकी मौत हो गई। उसके शव को लेकर ब्रह्मपुर थाना पहुंचे स्वजनों ने तीन साल पूर्व गोली से मौत होने का दावा करते हुए अब अभियुक्तों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे हैं।

चार्जशीट जमा करने के बाद युवक की मौत हो जाने से पुलिस के लिए काफी पेचीदा बना मामला

इधर चार्जशीट जमा करने के बाद युवक की मौत हो जाने से मामला पुलिस के लिए काफी पेचीदा बन गया है। इस मामले में कागजातों के अवलोकन के बाद वरीय अधिकारियों की सलाह पर पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है। थानाध्यक्ष निर्मल कुमार ने बताया कि मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मामला काफी गंभीर है और इसमें पुलिस की परेशानी बढ़ गई है। वरीय अधिकारियों के निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।


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