बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा: परीक्षार्थियों का अजीबोगरीब कारनामा, जानकर छूट जाएगी हंसी
बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा में परीक्षार्थियों ने अजीबोगरीब कारनामा किया जिसे जानकर आप हंस पड़ेंगे। कहीं जांघिया में मोबाइल छुपा रखा था तो कहीं OMR शीट ही ले भागा।
पटना, जेएनएन। केंद्रीय चयन पर्षद (Central selection board) की रविवार को आयोजित सिपाही भर्ती परीक्षा में अजीबोगरीब और हैरान करने वाला वाकया सामने आया है। जहां एक ओर ब्लूटूथ और मोबाइल से नकल कर रहे तीन परीक्षार्थियों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें से एक परीक्षार्थी अपने अंडरवियर में मोबाइल और टोपी में ब्लूटूथ छिपाकर नकल कर रहा था, तो वहीं एक अभ्यर्थी ओएमआर शीट ही लेकर फरार हो गया। केंद्राधीक्षक ने थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई है।
बता दें कि परीक्षा हॉल में इलेक्ट्रॉनिक सामान ले जाने पर रोक के बावजूद एक परीक्षार्थी मोबाइल और ब्लूटूथ का इस्तेमाल करके अपने साथी को प्रश्न बता रहा था। वहीं उसका साथी इन सवालों के जवाब दे रहा था।परीक्षार्थी का नाम सुनील है और वह जमुई के लक्ष्मीपुर का रहने वाला था।
सुनील मखदुमपुर के इंद्रस्थली बालिका विद्यालय के परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देने पहुंचा था और परीक्षा के दौरान इनविजिलेटर को उसकी हरकतों से शक हुआ तो उसकी तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान पाया गया कि उसने अपने अंडरवियर में मोबाइल और टोपी में ब्लूटूथ छिपा रखा था।
वॉट्सऐप से प्रश्नपत्र भेजने का आरोप
औरंगाबाद जिले के फेसर थाना क्षेत्र के दरूदी गांव निवासी विवेक रंजन नामक परीक्षार्थी आरा के हित नारायण क्षेत्रीय स्कूल में स्मार्टफोन लेकर सिपाही भर्ती परीक्षा देने गया था। प्रथम पाली में वॉट्सऐप से प्रश्नपत्र भेजकर बाहर से उत्तर मंगवा रहा था। केंद्राधीक्षक ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया और मोबाइल जब्त कर नवादा थाना पुलिस के हवाले कर दिया।
इसी तरह टाउन थाना क्षेत्र के मीरगंज स्थित मॉडल परीक्षा केंद्र में ब्लूटूथ से नकल करने के आरोप में औरंगाबाद निवासी अजय कुमार को दबोचा गया। अल हाफिज कॉलेज केंद्र पर प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट सुशील कुमार ने छपरा निवासी उज्ज्वल कुमार को कदाचार करते पकड़ा। उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया।
परिवहन विभाग के अधीन चलंत दस्ता सिपाही के 496 पदों के लिए बहाली की प्रक्रिया चल रही है। लिखित परीक्षा के लिए पटना, भोजपुर, बक्सर और दरभंगा में 56 सेंटर बनाए गए थे। लिखित परीक्षा दो घंटे की थी, जिसमें 77 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज की गई। लिखित परीक्षा में 29048 अभ्यर्थी शामिल हुए। भोजपुर के सेंटर से नकल करने की कोशिश में दो अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया गया।