अशोक चौधरी के चाहने वाले आठ और नेताओं को कांग्रेस ने पार्टी से निकाला
बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक चौधरी ने चार विधान पार्षदों के साथ जदयू की सदस्यता ग्रहण कर ली है। पार्टी ने उन्हें समर्थन देने वाले आठ सदस्यों को भी निकाल दिया है।
पटना [राज्य ब्यूरो]। बिहार कांग्रेस में उथल पुथल का दौर जारी है। गुरुवार का कांग्रेस ने अशोक चौधरी का साथ देने के आरोप में पार्टी के 8 अन्य नेताओं को बाहआर का रास्ता दिखा दिया। इधर अशोक चौधरी ने पार्टी छोड़ने वाले तीन अन्य पार्षदों के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गुरुवार को ही मुलाकात की थी और जदयू की सदस्यता ग्रहण कर ली थी।
पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी के साथ तनवीर अख्तर, दिलीप चौधरी, रामचंद्र भारती ने गुरुवार को कांग्रेस को अलविदा कह दिया था और जदयू में जाने का एेलान कर दिया था।
अशोक चौधरी के पार्टी छोड़ते ही बिहार कांग्रेस में फिर अस्थिरता दिखाई पड़ रही है। पार्टी विधायक सुदर्शन ने चौधरी का समर्थन किया और कहा कि उनके साथ अन्याय हो रहा था । उन्होंने पार्टी छोड़कर अच्छा काम किया
है। सुदर्शन ने कहा वह नैतिक रूप से चौधरी के साथ हैं।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कांग्रेस के कुछ और विधायकों का समर्थन प्राप्त है। अशोक चौधरी का साथ देने के आरोप में जिन नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया है उनमें एक कोषाध्यक्ष, दो प्रवक्ता, तीन सचिव व दो अन्य नेता प्रमुख हैं।
कोषाध्यक्ष संजय सिन्हा, प्रवक्ता विनोद सिंह यादव, सुमन कुमार मलिक, सचिव रणजीत झा, मनोज उपाधयाय, मनोज कुमार, उदय शर्मा, राजेश तिवारी और जितेंद्र मिश्र हैं।
वहीं जदयू की सदस्यता ग्रहण करने के बाद अशोक चौधरी ने कहा है कि मेरा वहां दम घुट रहा था, अगर मैं कांग्रेस का साथ नहीं छोड़ता तो मानसिक तौर से बीमार पड़ जाता।