अपने गुरु के निधन की खबर सुन खुद को नहीं रोक पाए बिहार के CM नीतीश कुमार, पटना डीएम से कही ये बात
गुरु और शिक्षक का रिश्ता कितना महत्वपूर्ण है इस चीज को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अक्सर जाहिर करते रहते हैं। यही वजह है कि अपने गुरु के निधन की खबर सुनकर वे खुद को रोक नहीं पाए।
पटना, जागरण टीम। गुरु और शिक्षक का रिश्ता कितना महत्वपूर्ण है, इस चीज को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अक्सर जाहिर करते रहते हैं। यही वजह है कि अपने गुरु के निधन की खबर सुनकर वे खुद को रोक नहीं पाए। जैसे ही उनको फुरसत मिली वे तुरंत अपने गुरु के घर तक पहुंच गए, अपनी पुरानी यादें साझा कीं। गुरुभाई से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी। दरअसल, मुख्यमंत्री शनिवार को बाढ़ में एनटीपीसी के पावर प्लांट की दूसरी यूनिट के उद्घाटन समारोह में शामिल होने गए थे। वहां से छूटते ही सीएम बख्तियारपुर प्रखंड के करनौती गांव पहुंच गए। सीएम अपने गुरु के आवास पर पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री अपने गुरु जगतनारायण ङ्क्षसह की तस्वीर पर माल्यार्पण करते समय भावुक हो गए। शिक्षक के पुत्र नवीन सिंह, पौत्र कुमार कर्ण, कुमार कुणाल से मिलकर सांत्वना दी।
परिवार की मांग पर डीएम को दिया निर्देश
मुख्यमंत्री ने अपने छात्र जीवन की चर्चा करते हुए कहा कि हम लोग श्री गणेश उच्च विद्यालय में पढ़ते थे। जगत बाबू हमें गणित पढ़ाते थे। वे बहुत अच्छे स्वभाव के व्यक्ति थे। बाद में प्रधानाध्यापक बने और इसी विद्यालय से अवकाश ग्रहण भी किया। स्वजनों ने विद्यालय परिसर में जगतनारायण सिंह की मूर्ति स्थापित करने एवं करनौती जंक्शन के समीप सड़क पर उनके नाम पर द्वार बनवाने की मांग की। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी डा. चंद्रशेखर सिंह को इसे देखने का निर्देश दिया।
गौरव दास तांती के निधन पर मुख्यमंत्री ने जताया शोक
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू के पूर्व प्रदेश महासचिव एवं खगडिय़ा के जिला संगठन प्रभारी गरीब दास उर्फ गौरव दास तांती के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि गरीब दास पार्टी के एक समर्पित एवं अनुशासित कार्यकर्ता थे। वह पार्टी से गहरे रूप से जुड़े थे। उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने गौरव दास तांती के पुत्र साजन कुमार तांती से फोन पर बात कर उन्हें सांत्वना दी।