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Bihar Chunav Results 2020: सत्ता से दूर रहकर भी कम नहीं है राजद की उपलब्धि, लोजपा भी वोट प्रतिशत में चौथी बड़ी पार्टी

Bihar Chunav Results 2020 बिहार विधान सभा चुनाव में सबसे ज्यादा राजद को 23.05 फीसद वोट मिला। लोजपा ने एक सीट जीती मगर वोट प्रतिशत में चौथी बड़ी पार्टी बनी । जानिए ये राजनीतिक दल 2015 में कहा थे अब कैसे बढ़ा इनके वोट का प्रतिशत ।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Wed, 11 Nov 2020 04:21 PM (IST)Updated: Wed, 11 Nov 2020 04:21 PM (IST)
Bihar Chunav Results 2020: सत्ता से दूर रहकर भी कम नहीं है राजद की उपलब्धि, लोजपा भी वोट प्रतिशत में चौथी बड़ी पार्टी
पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम नीतीश कुमार, नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव व कांग्रेस के पूर्व राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष राहुल गांधी

पटना, राज्य ब्यूरो। राजद (RJD) के नेतृत्व में महागठबंधन (Grand Alliance) ने राजग (NDA) को अच्छी टक्कर दी। तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav)  के नेतृत्व में आखिर तक बराबरी की लड़ाई हुई। राजद ने सबसे ज्यादा 75 सीटें ही नहीं, बल्कि सबसे ज्यादा वोट भी हासिल किए। वोट प्रतिशत में दूसरे नंबर की पार्टी भाजपा की तुलना में राजद को करीब चार फीसद ज्यादा वोट मिले।

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निर्वाचन आयोग (Election Commission) के आंकड़ों (data) के मुताबिक भाजपा को 19.37 और राजद को 23.05 फीसद वोट मिले। हालांकि राजद ने 144 और भाजपा ने 110 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे। इस हिसाब से दोनों दलों का वोट प्रतिशत लगभग बराबर है।

कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ा

राजद प्रमुख लालू प्रसाद और अन्य दलों की तरह स्टार प्रचारकों की लंबी-चौड़ी फौज के बिना अकेले तेजस्वी यादव ने संघर्ष किया और महागठबंधन के साथी दलों के वोट प्रतिशत में इजाफा कराया। कांग्रेस के वोट फीसद में पिछली बार की तुलना में करीब तीन फीसद का इजाफा हुआ है। 2015 में 41 सीटों पर लड़कर उसे 6.66 फीसद वोट मिले थे, जो अब बढ़कर 9.48 फीसद हो गया। हालांकि इस बार राजद ने कांग्रेस को 70 सीटें दी थी। पिछली बार से 29 ज्यादा। उस अनुपात में कांग्रेस को सफलता नहीं मिली। उसके विधायकों की संख्या 27 से घटकर 19 पर आ गई, लेकिन दोषपूर्ण टिकट बंटवारे के बावजूद तेजस्वी यादव ने राजद का वोट ट्रांसफर साथी दलों के पक्ष में कराया।

भाकपा-माले की तीन से बढ़कर 12 सीट

राजद की दोस्ती का सबसे ज्यादा फायदा वामदलों को मिला। भाकपा माले की सीटें तीन से बढ़कर 12 हो गईं। भाकपा और माकपा का भी सूखा समाप्त हुआ। पिछले कई चुनावों से दोनों दलों का बिहार में खाता नहीं खुल पा रहा था। इस बार दोनों दलों को दो-दो सीटें मिलीं।

जदयू ने वोट बैंक बचाकर रखा

विपरीत हालात में भी जदयू ने अपना वोट बैंक बचाकर रखा। पिछली बार राजद के साथ मिलकर कुल 101 सीटों पर लड़कर उसे 16.83 फीसद वोट मिले थे और इस बार 115 सीटों पर लड़ते हुए 15.39 फीसद वोट लाए।

भाजपा ने इजाफा किया वोट प्रतिशत

इस हिसाब से भाजपा के वोट प्रतिशत में थोड़ा इजाफा है। 2015 में भाजपा ने 157 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे और कुल 24.42 फीसद वोट हासिल किए, जबकि इस बार 110 सीटों पर 19.37 फीसद वोट मिले।

ओवैसी ने पांच सीट जीती मगर वोट प्रतिशत कम

लोजपा का दायरा के साथ-साथ वोट प्रतिशत भी बढ़ा है। इस मामले में वह चौथी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। उसे कुल 5.66 फीसद वोट मिले। रालोसपा को एक भी सीट नहीं मिली, किंतु उसे 1.77 वोट मिले, जबकि रालोसपा की तुलना में ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम को मात्र 1.24 फीसद ही वोट मिले, लेकिन उसने पांच सीटें जीतीं। बसपा भी डेढ़ फीसद वोट लाकर एक सीट जीती।

किसे कितने वोट

दल : 2015 : 2020

राजद : 18.35 : 23.05

भाजपा : 24.42 : 19.37

जदयू : 16.83 : 15.39

कांग्रेस : 6.66 : 9.48

लोजपा : 4.83 : 5.66

रालोसपा : 2.56 : 1.77

बसपा : 2.07 : 1.49

एमआइएम : 0.21 : 1.24

भाकपा : 1.36 : 0.83

माकपा : 0.61 : 0.65

जद एस : 0.00 : 0.04

झामुमो : 0.27 : 0.06

राकांपा : 0.49 : 0.23

नोटा : 2.48 : 1.68

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अन्य : 18.97


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