Bihar Chunav PM Modi Rally: बिहार को 'आकांक्षा' की परिभाषा दे गए PM मोदी, जंगलराज के युवराज पर खड़े किए सवाल
Bihar Chunav PM Modi Rallyप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को पटना में चुनावी सभा को संबोधित करते आरजेडी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने रोजगार की भी बात की। बताया कि बिहार में और आगे की सोच कैसे पनपी। उन्होंने भविष्य की योजनाएं भी बताईं।
पटना, अश्विनी। 'अतीत' को भूल वर्तमान के साथ आगे बढ़ने की 'आकांक्षा।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बुधवार को पटना में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए न सिर्फ सीधा संदेश देने की कोशिश की, बल्कि अतीत के हालात पर बगैर नाम लिए राष्ट्रीय जनता दल (RJD) पर जमकर हमला बोला। बिहार में रोजगार के जोर पकड़ रहे मुद्दों के बीच प्रधानमंत्री ने रोजगार की भी बात की। यह भी समझाया कि आज बिहार में 'और आगे' की सोच कैसे पनपी। उनके भाषण में भविष्य की योजनाएं थीं तो 15 साल पहले के आरजेडी के कार्यकाल को लेकर आक्रामकता भी। यही कारण है कि आरोपों की झड़ी के बीच उन्होंने बगैर किसी का नाम लिए यह भी कहा कि जिस जंगलराज के पास किडनैपिंग का कॉपीराइट था, उस 'जंगलराज के युवराज' बिहार को आगे कैसे ले जाएंगे? बता दें कि महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार तेजस्वी यादव रोजगार के सवाल पर बहुत आक्रामक हैं। प्रधानमंत्री का इशारा स्पष्ट था। उन्होंने विरोधी दल के नेता का नाम भले न लिया हो, पर उनकी आक्रामक शैली बहुत कुछ कह गई।
भाषण में आकांक्षा शब्द का किया बार-बार इस्तेमाल
उन्होंने अपने भाषण में आकांक्षा शब्द का इस्तेमाल बार-बार किया। यह बताने की कोशिश कि आज बिहार के लोग 'और आगे' की मांग कर रहे हैं, यह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार की देन है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का भी उल्लेख किया- वे कहते थे कि बिहार में बिजली आती कम, जाती ज्यादा है। आज घर-घर बिजली है। उन्होंने बिहार को आगे ले जाने का श्रेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को देते हुए कहा कि इसी वर्तमान में भविष्य की उम्मीदें हैं।
पीएम मोदी ने पूछा- जिन्होंने राज्य को लूटा है वे क्या देंगे?
मोदी यह बार-बार बोलते रहे कि अब बिहार में आकांक्षा है, जिन्होंने इस राज्य को लूटा है वे क्या देंगे? वे उपलब्धियों की बात करते हुए सवाल भी उठा रहे थे। लालटेन युग का अंधेरा छट गया है, अब एलइडी युग है, यह बिहार की आकांक्षा है। पहले पटना के महात्मा गांधी सेतु को सुधारने भर की बात होती थी, अब ऐसे कई-कई पुल और एयरपोर्ट की मांग हो रही है। वे यह बताने की कोशिश करते नजर आए कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार ने लोगों की जीवनशैली को बदलने का प्रयास किया है। यही कारण है कि आज यहां के लोगों के पास नई आकांक्षा है, वे नए दौर की बात कर रहे हैं। गंगाजी का पानी साफ हो चुका है, यह कहते हुए गंगा से जुड़ी आस्था पर भी बात की।
लोग पहले रिंग रोड मांगते थे, अब मेट्रो पर हो रहा काम
उन्होंने कहा कि रिवर फ्रंट बन चुका है। लोग पहले रिंग रोड की ही मांग करते थे, अब मेट्रो पर काम हो रहा है। वे बार-बार यह बताने की कोशिश करते नजर आए कि 15 साल पहले वाला बिहार टूटी-फूटी सड़क और अंधेरे में यह नहीं सोचता था। आकांक्षा मर चुकी थी, एनडीए सरकार ने उसे न सिर्फ जीवित किया है, बल्कि पूरा भी किया।
लोगों को समझाया: मिटने नहीं दें विकसित हुई नई सोच
उन्होंने युवाओं से भी कहा कि रेलवे, बैंक आदि में नौकरी के लिए अब सिर्फ एक परीक्षा की व्यवस्था की जा रही है। प्रधानमंत्री यह बार-बार समझाते दिखे कि जो नई सोच यहां विकसित हुई है, उसे फिर मिटने नहीं दें।