Bihar Chunav Counting 2020: बिहार में फिर नीतीशे कुमार! एक्जिट पोल से तीन दिन के हीरो बने तेजस्वी यादव
बिहार चुनाव के अभी तक के रुझान के मुताबिक भाजपा-जदयू गठबंधन स्पष्ट बहुमत की ओर बढ़ रहा है। वोटों की गिनती में महागठबंधन पीछे चल रहा है। हालांकि पिछली बार की तुलना में राजद और कांग्रेस का गठबंधन अच्छी स्थिति में आता दिख रहा है।
पटना, जेएनएन। एक्जिट पोल के नतीजों के बाद उत्साहित महागठबंधन को मतगणना के बाद झटका लगता दिख रहा है। अभी तक के रुझान के मुताबिक भाजपा-जदयू गठबंधन स्पष्ट बहुमत की ओर बढ़ रहा है। वोटों की गिनती में महागठबंधन पीछे चल रहा है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि बिहार फिर एक बार नीतीशे कुमार! हालांकि पिछली बार की तुलना में राजद और कांग्रेस का गठबंधन अच्छी स्थिति में आता दिख रहा है। किंतु इतना तय माना जा रहा है कि यह गठबंधन सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है। दोपहर एक बजे तक स्थिति बहुत हद तक साफ हो गई है। इसके बाद अब माना जा रहा है कि बिहार में अगली बार भी राजग की ही सरकार बनने जा रही है।
भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर रही
दोनों गठबंधनों की दलगत स्थिति को अगर देखें तो भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरती दिख रही है। लालू प्रसाद की पार्टी राजद दूसरे नंबर की हैसियत में रहेगा। जदयू को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ सकता है। सबसे बड़ी उछाल वामदलों को मिलती दिख रही है। पिछले चुनाव में भाकपा माले को सिर्फ तीन सीटें मिली थीं। इस बार राजद और कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के बाद उसे 10 से ज्यादा सीटें मिलती दिख रही है। इस बीच रुझान आते ही बीजेपी कार्यालय के बाहर चहलकदमी बढ़ गई है।
क्या गलत निकलेंगे एक्जिट पोल के आंकड़े!
सात नवंबर को मतदान की अवधि खत्म होने के बाद विभिन्न एजेंसियों ने एक्जिट पोल के जरिए महागठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलता दिखाया था। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अगले मुख्यमंत्री के रूप में बताए जाने लगे। किंतु जब नतीजे आने लगे तो कांटे की टक्कर दिखने लगी। जहानाबाद से शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा, दिनारा में जदयू के वरिष्ठ नेता एवं जयकुमार सिंह भी पिछड़ रहे हैं। उनके मुकाबले लोजपा के राजेंद्र सिंह स्पष्ट बढ़त बनाए हुए हैं।