Bihar Chunav 2020: इस बार देर से आएगा चुनाव परिणाम, बीयू-सीयू को सैनिटाइज करने बाद होगी मतगणना
Bihar Chunav 2020 कोरोना के कारण चुनाव आयोग के निर्देश बूथों की संख्या में 45 फीसदी वृद्धि की गई है। अधिक बूथों के कारण अधिक राउंड में मतगणना होगी। इस कारण वोटों की गिनती में पहले की अपेक्षा ज्यादा समय लगेगा।
पटना, जेएनएन। Bihar Chunav 2020 अब सबकी नजरें 10 नवंबर को होने वाली मतगणना पर है। राजधानी पटना समेत बिहार के सभी 38 जिलों में मतगणना की तैयारी युद्धस्तर पर की जा रही है। मतगणना 243 विधानसभा क्षेत्रों की होगी। इसके लिए मतगणना केंद्रों पर विधानसभावाइज मतगणना हॉल बनाए गए हैं। इस बार राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों को चुनाव परिणाम जानने के लिए दिल थाम कर इंतजार करना होगा। पहले की अपेक्षा देर से चुनाव परिणाम आएगा।
तीन चरण में मतादन
भारत निर्वाचन आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव-2020 तीन चरण में कराया है। पहले चरण में 28 अक्टूबर को 71 और दूसरे चरण में 3 नवंबर को 94 सीटों पर मतदान हो चुका है। तीसरे चरण में 7 नवंबर को 78 विधानसभा क्षेत्रों पर शनिवार 6 बजे मतदान समाप्त हो जाएगा। दूसरी तरफ अब सबकी नजरें 10 नवंबर को होने वाली मतगणना पर है। मतगणना के बाद पता चलेगा कि नीतीश कुमार को एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने क माैका मिलेगा या राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के लाल तेजस्वी यादव बिहार का नेतृत्व करेंगे। चुनाव आयोग के दिशा-निर्देश में सभी जिलों में बनाए गए मतगणना केंद्रों पर मतगणना की तैयारी चल रही है।
कोरोना से बचाव पर जोर
बिहार विधानसभा चुनाव-2020 कोरोना काल में हो रहा है। ऐसे में चुनाव आयोग के निर्देश पर कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। मतगणना हॉल के अंदर अधिकतम सात मतगणना टेबल लगाया जाएगा। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 3-4 हॉल की जरूरत होगी। मतगणना के लिए मतगणना टेबल पर कंट्रोल यूनिट (CU), बैलेट यूनिय (BU) और वीपीपैट को लाने से पहले सैनिटाइज किया जाएगा। इस प्रक्रिया में काफी समय लगेगा।
बूथों की संख्या में वृद्धि
कोरोना के कारण चुनाव आयोग के निर्देश बूथों की संख्या में 45 फीसदी वृद्धि की गई है। अधिक बूथों के कारण अधिक राउंड में मतगणना होगी। इस कारण वोटों की गिनती में पहले की अपेक्षा ज्यादा समय लगेगा। देर से चुनाव परिणाम आएगा। चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार मतगणना केंद्रों को तीन बार सैनिटाइज किया जाएगा। मतगणना शुरू होने से पहले, मतगणना के दाैरान और मतगणना के बाद। इसमें भी काफी समय लगेगा।