Bihar Chunav 2020 Results: तेजस्वी ने कहा, 20 सीटों पर हमें साजिश के तहत हराया गया, वोटों की रीकाउंटिंग की मांग
Bihar Chunav 2020 Results राबड़ी देवी के अावास पर महागठबंधन के विधायक दलों की बैठक हुई। बैठक में नेता प्रतिपक्ष चुने जाने के बाद तेजस्वी ने जनमत लूट का आरोप लगाया है । आयोग की पारदर्शिता पर सवाल उठाते हुए वोटों की रीकाउंटिंग की मांग की ।
पटना, राज्य ब्यूरो । विधानसभा चुनाव (Assembly polls) के परिणाम (results) के बाद अब भाजपा-जदयू (BJP-JDU) खेमे में सरकार बनाने की तैयारी है तो महागठबंधन (Grand Alliance) में पिछड़ जाने के कारणों की समीक्षा (review) हो रही है। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (Rabri Devi) के आवासीय परिसर में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of opposition Tejashwi Yadav) अपने दल के नवनिर्वाचित विधायकों के साथ बैठक कर रहे हैं। बैठक में महागठबंधन के सभी घटक दलों ने तेजस्वी यादव को अपना नेता चुन लिया है। बैठक में राजद (RJD) , कांग्रेस(Congress) , भाकपा (CPI), माकपा (CPM) एवं माले (CPI-ML) के विधायक शामिल हुए। सभी ने सर्वसम्मति से तेजस्वी यादव के नेतृत्व के प्रति भरोसा जताया। नेता चुने जाने के बाद तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश पर हमला बोला। चुनाव आयोग की पारदर्शिता पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने एनडीए पर जनमत लूटे जाने का आरोप लगाया और वोटों की फिर से गिनती की मांग की ।
20 सीटों पर साजिश के तहत हराने का अारोप
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मतगणना में पारदर्शिता को लेकर सवाल खड़े किए और कहा कि यह जनादेश बदलाव का है। नीतीश कुमार फैसला लेना है कि वह जनता के फैसले के साथ हैं या कुर्सी के साथ। परिणाम की समीक्षा के लिए गुरुवार को तेजस्वी महगठबंधन के नवनिर्वाचित विधायकों के साथ बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए चुनाव आयोग से मतों की गिनती दोबारा करने की मांग की। तेजस्वी ने कहा कि साजिश के तहत उन्हें हराया गया है। महागठबंधन के प्रत्याशियों के साथ कम से कम 20 सीटों पर साजिश की गई है।
मीडिया से बात करते वक्त आक्रोश में दिख रहे तेजस्वी ने दावा किया कि अगर मतों की गिनती दोबारा कराई गई तो महागठबंधन के खाते में 130 सीटें आ जाएंगी। नेता प्रतिपक्ष ने पोस्टल बैलेट रद्द करने का आरोप लगाया और कहा कि शिक्षित और जागरूक लोगों के वोटों को रद्द किया गया है। रद ही करना था तो आयोग ने पोस्टल बैलेट से मतदान क्यों कराया था।
अगली रणनीति और प्रदेश की राजनीति में नई भूमिका पर मंथन
विधानसभा परिणाम आने के बाद महागठबंधन के घटक दलों के नवनिर्वाचित विधायक पहली बार एक साथ मिल रहे हैं। एक्जिट पोल के अनुमान के बाद सबको प्रदेश में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनने की उम्मीद थी, लेकिन नतीजे में राजग की तुलना में महागठबंधन को 15 विधायक कम आए हैं। इससे उम्मीदों पर पानी फिर गया। सबसे बड़ी पार्टी के रूप में राजद को 75 विधायक आए हैं। कांग्रेस के 19 विधायक जीत कर आए हैं। माले ने भी बेहतर प्रदर्शन किया है। उसके 19 प्रत्याशियों में से 12 जीत गए। अब महागठबंधन के सभी विधायक अपनी अगली रणनीति और प्रदेश की राजनीति में अपनी नई भूमिका के बारे में मंथन करने के लिए इकट्ठा हुए हैं। इस दौरान चुनाव में हार के कारणों की भी पड़ताल की जाएगी। महागठबंधन के कई नेताओं का मानना है कि मतों की गिनती के दौरान राज्य सरकार के इशारे पर अधिकारियों ने गड़बड़ी की है। कई ऐसी सीटों पर जहां कांटे की टक्कर थी, वहां के परिणाम में उलट-फेर किया गया है।