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Bihar Chunav 2020: जदयू नेता ने तेजस्‍वी यादव पर कसा तंज, अपराधियों का साथ और अपना विकास राजद का मूल मंत्र

Bihar Chunav 2020 जदयू नेता नीरज ने कहा कि अपराधियों को महिमा मंडित करनेवाले तेजस्‍वी यादव को लॉ एंड ऑर्डर से क्‍या लेना-देना है। कहा कि बिहार में कानून व्‍यवस्‍था कायम करने का राजद का दावा हास्यास्पद है ।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Sat, 07 Nov 2020 03:58 PM (IST)Updated: Sat, 07 Nov 2020 03:58 PM (IST)
Bihar Chunav 2020: जदयू नेता ने तेजस्‍वी यादव पर कसा तंज, अपराधियों का साथ और अपना विकास राजद का मूल मंत्र
नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव की तस्‍वीर ।

पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Chunav 2020: पूर्व मंत्री एवं जदयू के नेता नीरज कुमार (Ex Minister and JDU leader Neeraj Kumar ) ने कहा है कि कानून व्यवस्था (Law and order) की बेहतर स्थिति कायम करने का राजद का दावा पूरी तरह हास्यास्पद है। उन्होंने शनिवार को कहा कि अपराधियों का साथ और उन्हीं के सहारे अपना विकास-राजद का मूल मंत्र है। पूरी पार्टी इसी मंत्र के सहारे चलती है। कुमार ने कहा कि राज्य के आम नागरिकों ने भी तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav)  के दावे को मजाक में ही लिया। यही कारण है कि अमन पसंद लोग राजद (RJD) के खिलाफ और एनडीए (NDA)  के पक्ष में गोलंबद हुए। राजद को इसका अहसास 10 नवंबर को हो जाएगा।

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अपराधियों के स्‍वजनों को मिला टिकट

जदयू नेता ने कहा कि अपराध से तेजस्वी को कितना प्रेम है, इसका पता राजद उम्मीदवारों को देखकर ही लगता है। राजद ने एक से एक दागी और आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों (musclemen)  को उम्मीदवार बनाया। ऐसे लोग जो कानूनी रोक के चलते चुनाव नहीं लड़ सकते हैं, उनके स्वजनों को उम्मीदवार बनाया गया। राजद के पूर्व विधायक राजबल्लभ यादव (Raj Ballabh Yadav)  इसके उदाहरण हैं। नाबालिग के साथ दुष्कर्म के आरोप में राजबल्लभ यादव को सजा मिली है। वे चुनाव नहीं लड़ सकते हैं। उनकी पत्नी को नवादा से उम्मीदवार बनाया गया। दुष्कर्म के दूसरे आरोपी एक विधायक के स्वजन को भी राजद ने उम्मीदवार बनाया। हालांकि ऐसे उम्मीदवारों को जनता खारिज कर चुकी है।

उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने अनंत सिंह (Anant Singh) को मोकामा से उम्मीदवार बनाया। सुशासन की सरकार से पहले अनंत सिंह अपने इलाके में आतंक के पर्याय हुआ करते थे। राजद शासन काल में अनंत सिंह की हुकूमत चलती थी। सुशासन में उनकी आपराधिक वारदातों पर रोक लगी। तब वे राजद की शरण में गए।


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