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सही उत्तर पर बिहार बोर्ड परीक्षार्थियों को देगा पूरे अंक

अच्छा परीक्षक उसे माना जाता है, जो छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं की ईमानदारी से जांच करता है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Dec 2018 10:25 PM (IST)Updated: Mon, 17 Dec 2018 10:25 PM (IST)
सही उत्तर पर बिहार बोर्ड परीक्षार्थियों को देगा पूरे अंक
सही उत्तर पर बिहार बोर्ड परीक्षार्थियों को देगा पूरे अंक

पटना । अच्छा परीक्षक उसे माना जाता है, जो छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं की ईमानदारी से जांच करें। परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों का उत्तर सही होने पर पूरे-पूरे अंक मिलने चाहिए। देश के अन्य बोर्ड की तुलना में बिहार बोर्ड के बच्चों को कम अंक मिलते हैं। इसमें परीक्षकों को सुधार करने की जरूरत है। उनके हाथों में ही बच्चों का भविष्य होता है। उनकी छोटी-सी गलती बच्चे के भविष्य के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है। ये बातें बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने परीक्षकों के प्रशिक्षण के लिए स्थानीय ज्ञान भवन में आयोजित कार्यशाला में कहीं। कार्यशाला का उद्देश्य था कि आगामी इंटर और मैट्रिक परीक्षा के बाद उत्तर पुस्तिकाओं का बेहतर मूल्याकन हो। परीक्षा समिति द्वारा कार्यशाला में हर जिले से विषय विशेषज्ञों को बुलाया गया था।

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आनंद किशोर ने कहा कि 2018 के मूल्याकन के बाद कई ऐसी उत्तर पुस्तिकाएं दिखीं, जिनमें परीक्षार्थियों ने अच्छा लिखा था, लेकिन परीक्षक ने मात्र चार अंक प्रदान किए थे। यह ठीक नहीं है। बच्चों के साथ न्याय होना चाहिए। कई बार देखा जाता है कि परीक्षार्थी प्रतियोगी परीक्षा में सफल हो जाते हैं और बोर्ड में फेल हो जाते हैं। कार्यशाला में सभी जिलों के डीपीओ शामिल हुए। उन्हें 2019 में परीक्षा पैटर्न में किए गए बदलावों के बारे में जानकारी दी गयी।

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: 90 फीसद से अधिक अंक वाली उत्तर पुस्तिका लिफाफे में नहीं भेजी जाएगी :

अध्यक्ष ने कहा कि इस बार प्रायोगिक या सैद्धातिक परीक्षा में यदि किसी विद्यार्थी को 90 फीसद से अधिक अंक आते हैं, तो उस उत्तर पुस्तिका को सीलबंद लिफाफे में नहीं भेजा जाएगा क्योंकि उत्तर पुस्तिकाओं की जांच के लिए बार कोडिंग का इस्तेमाल किया जाएगा। इस बार बोर्ड परीक्षकों के लिए दो बार नियुक्ति पत्र जारी करेगा। कार्यशाला में बोर्ड के सचिव अनूप कुमार सिन्हा, शैक्षणिक निदेशक अखिलेश्वर कुमार पाड्या, परीक्षा नियंत्रक मो. सलाहुद्दीन, योगेश मिश्र के साथ कई अधिकारी मौजूद थे। : मूल्याकन का मानदेय 10 फीसद बढ़ा :

2019 में होने वाली परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन का मानदेय 10 फीसद बढ़ाया गया है। मूल्याकन के समय में ही पूरी राशि दी जायेगी। बोर्ड त्रुटिरहित मूल्याकन करने वाले शिक्षक को प्रोत्साहन राशि देगा। जो शिक्षक मूल्याकन में एक भी गलती नहीं करेगा उसे प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। सभी कॉपियों की त्रुटिरहित जांच करने वाले परीक्षकों को बोर्ड द्वारा इस वर्ष 30 फीसद प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।


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