Bihar Board 10th Result 2018: अभी तक नहीं मिलीं गायब कॉपियां, खड़े हुए ये सवाल
बिहार बोर्ड आज मैट्रिक (10वीं) का रिजल्ट दे रहा है। लेकिन, परीक्षा की गायब कॉपियों का सुराग अभी तक नहीं मिल सका है। ऐसे में कई सवाल खड़े हो गए हैं।
पटना [जेएनएन]। गोपालगंज के एसएस बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय स्थित मूल्यांकन केंद्र से गायब मैट्रिक (10वीं) की 42 हजार कॉपियों की तलाश में एसआइटी लगातार छापमारी कर रही है। लेकिन, गायब कॉपियों का सुराग नहीं मिल सका है। इस बीच बिहार बोर्ड आज मैट्रिक का रिजल्ट प्रकाशित करने जा रहा है। इससे कई सवाल खड़े हो गए हैं।
जवाब मांग रहे ये सवाल
बिहार बोर्ड का दावा है कि कॉपियों को बरामद कर लिया गया है। लेकिन, इस मामले की जांच के लिए गठित एसआइटी छापेमारी में लगी है। ऐसे में सवाल यह है कि अगर कॉपियां बरामद कर ली गई हैं, तो छापेमारी क्यों? सवाल यह भी है कि अगर कॉपियां नहीं मिलीं हैं तो परीक्षा के बाद छात्र अपने नंबरों से असंतोष की स्थिति में पुनमूर्ल्याकण या पुनर्गणना कैसे संभव है?
एसआइटी की छापेमारी जारी
एसआइटी ने सोमवार को गोपालगंज के सीमावर्ती इलाकों में छापेमारी की। इस दौरान कल 25 से अधिक कबाड़ दुकानों को खंगाला। एसआइटी अभी तक 350 से अधिक कबाड़ दुकानों को खंगाल चुकी है। इसके बावजूद कॉपियों का सुराग नहीं मिल सका है। एसआइटी ने एक दर्जन से अधिक कबाड़ दुकानदारों व इस व्यवसाय से जुड़े लोगों से पूछताछ की। एसडीपीओ नीरज कुमार सिंह ने बताया कि गायब कॉपियों की खोज जारी है।
इसके पहले एसआइटी की एक टीम ने सीमावर्ती उत्तरप्रदेश के देवरिया व कुशीनगर जिलों में कई कबाड़ दुकानों पर भी पड़ताल की। सिवान व छपरा में भी छोपेमारी जारी है।
कॉपियों को उत्तराखंड भेजे जाने की चर्चा
कॉपियों के उत्तराखंड भेजे जाने की भी चर्चा है। सूत्रों ने बताया कि जिले में कबाड़ दुकान से खरीदी जाने वाली रद्दी उत्तराखंड भेजी जाती रही है। बताया जाता है कि कॉपियों की खोज के लिए एसआइटी की एक टीम उत्तराखंउ भी जाने वाली है।
प्राचार्य के खिलाफ नहीं मिले सबूत
एसडीपीओ नीरज कुमार सिंह ने बताया कि अब तक की जांच में एसएस बालिका विद्यालय के प्राचार्य प्रमोद कुमार श्रीवास्तव के विरुद्ध कोई भी साक्ष्य नहीं मिला है। प्राचार्य जांच में सहयोग कर रहे हैं। अगर उनके विरुद्ध कोई सबूत मिलता है तो कार्रवाई होगी।
दूसरे ताला की गुत्थी भी नहीं सुलझी
एसआइटी की जांच में अब तक विद्यालय के स्ट्रांग रूम में लगाए गए दो तालों की गुत्थी भी नहीं सुलझ सकी है। जांच के दौरान दो ताले लगे पाए गए थे। एक ताले की दो चाबियों में से एक प्राचार्य तो दूसरी विद्यालय के आदेशपाल से बरामद की गई है। लेकिन दूसरे ताले की चाबी के बारे में कोई सुराग नहीं मिल सका है।
चारों आरोपितों को रिमांड पर लेने की तैयारी
इस बीच मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजे गए चारों आरोपित को रिमांड पर लेने की तैयारी एसआइटी कर रही है। चारों से नए सिरे से पूछताछ की जाएगी। कांड में नामजद विद्यालय के आदेशपाल छठू सिंह तथा रात्रि प्रहरी आसपूरण सिंह को एसआइटी ने 20 जून को जेल भेज दिया था। अनुसंधान के बाद पकड़े गए कबाड़ व्यवसायी पप्पू गुप्ता तथा ऑटो चालक को गिरफ्तार कर शनिवार को जेल भेजा गया था। जांच टीम को रविवार की शाम कुछ और तथ्य मिले हैं जिसके आधार पर पुलिस टीम चारों को एक साथ रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की तैयारी कर रही है।