Bihar Assembly Elections 2020: बिहार में विधानसभा चुनाव का रास्ता दिखाएगा पंचायत उप चुनाव
पंचायतों में 23 सौ से अधिक पदों पर राज्य निर्वाचन आयोग सुरक्षित तरीके से उप चुनाव कराने के तमाम विकल्प पर विचार रहा है। ये चुनाव विधानसभा का भी रास्ता दिखाएगा।
पटना, जेएनएन। कोरोना काल में बिहार के त्रिस्तरीय पंचायतों में 23 सौ से अधिक पदों पर राज्य निर्वाचन आयोग सुरक्षित तरीके से उप चुनाव कराने के तमाम विकल्प पर विचार रहा है। दरअसल, आयोग की कोशिश है कि 19 फरवरी को जारी अधिसूचना के आधार पर ही उप चुनाव संपन्न करा दिया जाए। इसी उद्देश्य से आयोग तैयारियों को परखने में जुटा है। आयोग के संविधान के अनुसार अधिसूचना 18 अगस्त तक चुनाव वाले क्षेत्रों में प्रभावी है। ऐसे में आयोग तमाम एहतियात के साथ कोरोना संक्रमण की वजह 13 मार्च को स्थगित किए गए उप चुनाव को संपन्न कराने या फिर टालने पर मंथन कर रहा है। राज्य निर्वाचन आयोग ने जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर जानकारी भी मांगी है। पूछा है कि फिलवक्त त्रिस्तरीय पंचायतों में कितने पद रिक्त हैं जिस पर उप चुनाव कराना है। कितने पदों पर निर्विरोध चुनाव संपन्न हो गया है। तमाम बिंदुओं पर जानकारी मांगी गई है। हालांकि अंतिम रूप से राज्य निर्वाचन आयोग ने कोई निर्णय अभी नहीं किया है।
विधानसभा से पहले साबित हो सकता है सेमीफाइनल
उधर, राजनीतिक दलों के बीच सियासी पंडित इसे विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिहाज से सेमीफाइल के रूप में देख रहे हैं। चर्चा है कि इसके पीछे सरकार का उद्देश्य चुनाव प्रचार से लेकर मतदान और मतगणना के दौरान कोरोना संक्रमण की हकीकत को परखना है। बता दें कि विपक्षी दल राजद और कांग्रेस के साथ सत्ता पक्ष में शामिल लोजपा भी कोरोना काल में विधानसभा चुनाव कराने का विरोध कर रही है। फिर भी चुनाव आयोग तय समय पर तमाम एहतियात के साथ चुनाव कराने का दावा कर रहा है। इस बीच सत्ता पक्ष भाजपा और जदयू सभी निर्णय चुनाव आयोग पर छोड़ रखा है।
विभिन्न श्रेणी के पद हैं रिक्त
जिला परिषद सदस्य पंचायत, पंचायत समिति सदस्य, मुखिया, सरपंच और ग्राम पंचायत सदस्य और ग्राम कचहरी वार्ड पंच के पद विभिन्न कारणों से रिक्त है। इसमें सर्वाधिक पद वार्ड सदस्य और पंच के रिक्त हैं। इसी आधार पर आयोग ने 18 मार्च को उप चुनाव कराने संबंधित तमाम औपचारिकता पूरी कर ली थी।