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Bihar Assembly Election: बिहार में निर्णायक साबित होंगे नए युवा मतदाता, सभी दलों की लगी नजर

Bihar Assembly Election 2020 बिहार में सभी राजनीतिक दल 18-19 साल के नए युवा मतदाताओं को अपने पाले में करने की कवायद में जुटे हैं। राज्‍य में ऐसे नए मतदाता करीब 75 लाख हैं।

By Amit AlokEdited By: Published: Thu, 20 Aug 2020 07:48 AM (IST)Updated: Thu, 20 Aug 2020 08:03 PM (IST)
Bihar Assembly Election: बिहार में निर्णायक साबित होंगे नए युवा मतदाता, सभी दलों की लगी नजर
Bihar Assembly Election: बिहार में निर्णायक साबित होंगे नए युवा मतदाता, सभी दलों की लगी नजर

पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Assembly  Election 2020: बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर विभिन्न दलों की नजरें करीब 75 लाख नए वैसे युवा मतदाताओं पर टिकी है, जिनकी उम्र 18 से 19 वर्ष के बीच है। युवा मतदाताओं पर सभी दलों का फोकस है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी लगातार कहते रहे हैं कि वर्तमान सरकार के कार्यों की तुलना 15 साल पहले की सरकार से करके नए मतदाताओं को बताया जाए, क्योंकि तब वे अबोध थे और सच्चाई नहीं जानते थे। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) इसी दिशा में काम भी कर रहा है। उधर, महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव भी लगातार युवा मतदाताओं को लक्ष्य बनाकर रिझाने में जुटे हैं। इस बीच दूसरे राजनीतिक दल भी वोटों का समीकरण सेट करने में जुटे हुए हैं।

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मतदाताओं में सर्वाधिक 30 से 39 साल की उम्र वाले

फिलहाल सबसे बड़ा सवाल है कि कोरोना काल में मतदाताओं का रुझान क्या होगा? हालांकि, कुल मतदाताओं में 30 से 39 साल की उम्र वालों की संख्या सर्वाधिक है। इनकी गिनती बुद्धिजीवियों में होती है, जो जनमत को भी प्रभावित करते हैं। निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार 30 से 39 आयु वर्ग के 1.98 करोड़ मतदाता हैं। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में इस आयु वर्ग की संख्या 1.93 करोड़ थी। महज एक वर्ष में पांच लाख से अधिक बुद्धिजीवियों की संख्या बढ़ी है।

सरकार के गठन में युवा मतदाताओं की भूमिका अहम

दूसरे नंबर पर 20 से 29 आयु वर्ग के मतदाता हैं। इनकी संख्या 1.60 करोड़ है। 40 से 49 आयु वर्ग के 1.46 करोड़ मतदाता हैं। ऐसे में स्पष्ट है कि बिहार में सरकार के गठन में युवा मतदाताओं की भूमिका अहम होगी।

कोरोना के कारण उम्रदराज मतदाताओं की वोटिंग पर संशय

गौरतलब यह कि कोरोना के खतरों के मद्देनजर मतदान केंद्रों तक अधिक उम्र के कितने मतदाता पहुंचते हैं। 60 से 80 वर्ष की उम्र वाले करीब एक करोड़ मतदाता हैं। हालांकि, 80 साल से अधिक उम्र वाले और कोरोना संक्रमित मतदाताओं को पोस्टल बैलेट से मतदान की मोहलत रहेगी। बिहार में कुल मतदाताओं की संख्या सात करोड़ 18 लाख है। पिछले वर्ष की तुलना में यह संख्या करीब 12 लाख अधिक है।

चुनाव में 65 पार वालों की भूमिका होगी अहम

विधानसभा चुनाव में 65 वर्ष के मतदाताओं को पोस्टल बैलेट की सुविधा नहीं दिए जाने से मतदान के आंकड़े प्रभावित हो सकते हैं। उम्रदराज लोगों में कोरोना संक्रमण की आशंका ज्यादा होने से उनके कदम मतदान केंद्रों की ओर सहजता से शायद ही बढ़ें। फिलवक्त राज्य में 65 से 79 वर्ष वालें मतदाताओं की संख्या 62 लाख से ज्यादा है। कुल 7.18 करोड़ मतदाताओं के लिहाज से देखें तो यह आंकड़ा करीब नौ फीसद है।

उम्रवार मतदाताओं की संख्या

18 से 19 वर्ष: 7,14,488

20 से 29 वर्ष: 1,60,54,675

30 से 39 वर्ष: 1,98,65,475

40 से 49 वर्ष: 1,46,91,267

50 से 59 वर्ष: 97,78,538

60 से 69 वर्ष: 63,18,968

70 से 79 वर्ष: 30,95,496

80 वर्ष से अधिक: 13,03,543

(नोट: आंकड़े जनवरी 2020 के हैं। अभी मतदाता सूची के पुनरीक्षण का कार्य चल रहा है और नए मतदाता बनाए जा रहे हैं)


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