Bihar Assembly Election : बिहार में तब आधी आबादी ने किया था बड़ा उलटफेर
Bihar Assembly Election पिछली बार महिला प्रत्याशियों ने लंबे समय से विधायक रहे दिग्गजों को दी थी करारी शिकस्त। महिलाओं ने 60 फीसद से अधिक मतदान कर नतीजों को प्रभावित किया था।
पटना, भुवनेश्वर वात्स्यायन Bihar Assembly Election : बिहार में आधी आबादी ने विधानसभा के पिछले चुनाव यानी 2015 में बड़ा उलटफेर किया था। एक तरफ महिलाओं ने 60 फीसद से अधिक मतदान कर नतीजों को प्रभावित किया तो दूसरी तरफ कई ऐसी महिला प्रत्याशी रहीं, जिन्होंने लंबी अवधि से विधायक रहे दिग्गजों को विधानसभा जाने से रोक दिया था।
सबसे अधिक दस महिला विधायक राजद से जीतकर आईं। जदयू से आठ, भाजपा से पांच और कांग्रेस से चार महिलाओं ने चुनावी समर में जीत दर्ज की। बेबी कुमारी निर्दलीय चुनाव जीतकर विधायक बनीं। इस बार के चुनाव में भी इन महिला विधायकों के चुनावी मैदान में रहने की उम्मीद है।
निर्दलीय महिला प्रत्याशी से हार गए रमई राम
पिछली बार पूर्व मंत्री रमई राम बोचहां से जदयू प्रत्याशी थे, मगर पहली बार चुनाव लड़ रही निर्दलीय महिला प्रत्याशी बेबी कुमारी से चुनाव हार गए। बेबी लोजपा की बागी प्रत्याशी थीं। पिछले चुनाव में रामविलास पासवान के दामाद अनिल कुमार को लोजपा ने बोचहां सीट से अपना प्रत्याशी बनाया था जिसके बाद बेबी ने निर्दलीय पर्चा भरा और जीती भी।
सावित्री देवी ने ध्वस्त किया नरेंद्र सिंह का किला
राजद की सावित्री देवी ने पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह के किले को ध्वस्त कर दिया था। चकाई विधानसभा क्षेत्र से नरेंद्र सिंह के पुत्र सुमित कुमार सिंह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में थे। सुमित ने 2010 का चुनाव इसी विधानसभा क्षेत्र से झामुमो प्रत्याशी के रूप में जीता था। नरेंद्र सिंह की यह पुरानी सीट रही है।
भावना झा ने भाजपा के बड़े नेता को दी थी शिकस्त
कांग्रेस के टिकट पर महागठबंधन प्रत्याशी के रूप में भावना झा ने बेनीपट्टी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। उनके सामने भाजपा के टिकट पर विनोद नारायण झा थे। विनोद नारायण झा तब भाजपा के प्रवक्ता हुआ करते थे। भावना ने उन्हें पराजित कर दिया। बाद में विनोद नारायण झा को भाजपा ने विधान परिषद में भेजा और अभी वह मंत्री हैं।
रामचंद्र पूर्वे को भी महिला प्रत्याशी ने हराया
पूर्व मंत्री व राजद के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके रामचंद्र पूर्वे परिहार विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे थे। उन्हें भाजपा की गायत्री देवी ने हराया था।